नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, नोएडा, हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद में आज सुबह कहीं तेज और कहीं कम बारिश हुई है. गाजियाबाद में सुबह करीब साढ़े पांच बजे शुरू हुई बरसात ने मात्र 20-25 मिनट में कई इलाकों की प्रमुख सड़कों को जलमग्न कर दिया. शालीमार गार्डन मेन में भारत माता चौक से दिल्ली के सीमापुरी डीटीसी बस डिपो तक का मार्ग लबालब हो गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आगामी पांच दिन 23 राज्यों में भारी बारिश होगी.
इस बीच लगभग सारा देश मानसूनी बारिश से भीग रहा है. यह बारिश पहाड़ी और पूर्वोत्तर के राज्यों के नागरिकों के लिए आफत बन गई है. उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-स्खलन की वजह से बंद बद्रीनाथ हाइवे 83 घंटे बाद खुल गया है. यहां लगभग 4500 यात्री जगह-जगह फंस गए थे. बिहार में बिजली गिरने से पिछले 24 घंटे में 21 और लोगों की जान चली गई है. असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार तो हुआ है पर अभी भी 12 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. देश के 23 राज्यों में अलग-अलग स्थानों पर अगले पांच दिन बहुत भारी बारिश होने की संभावना है और विभाग ने रेड, ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है.
भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के बाद उत्तर प्रदेश के कई शहरों में अब बाढ़ का असर विकराल रूप लेता जा रहा है. बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, सीतापुर के करीब 250 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. लखीमपुर खीरी के 150, शाहजहांपुर के 30, बदायूं के 70, बरेली के 70 और पीलीभीत के करीब 222 गांव की बड़ी आबादी बाढ़ के पानी से घिरी हुई है. पूर्वांचल के बलिया में भी कई जगह बाढ़ की स्थिति गंभीर है. राज्य के 800 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में 13, 14, 17 और 18 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है. 1-12 जुलाई के बीच राज्य में 81.8 मिलीमीटर बारिश हुई है जो इस अवधि में सामान्य 85.6 मिलीमीटर से चार फीसदी कम है. शुक्रवार को धर्मशाला में सबसे अधिक 12.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.
बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान बिजली गिरने से 21 लोगों की मौत हुई है. सबसे अधिक 6 मौतें मधुबनी जिले में हुई हैं. इस महीने बिजली गिरने से अब तक 70 लोगों की जान जा चुकी है. मूसलाधार बारिश ने 24 घंटे भागने वाली मुंबई की रफ्तार रोक दी है. मुंबई में सड़कें दरिया बन गई हैं. लाइफ लाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेनों के संचालन पर भी असर पड़ा है और लंबी दूरी की ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मानसून के साथ ही मुंबई के ऊपर एक तूफानी चक्रवात की स्थिति बनी है. इसके प्रभाव से शुक्रवार को भी जमकर बारिश हुई.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान मेघालय, गुजरात, कोंकण, गोवा, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अच्छी बारिश हुई है. बिहार, पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर ठीक-ठीक बारिश हुई है.
पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, तटीय कर्नाटक, असम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी मूसलाधार बारिश रिकॉर्ड की गई है. राजस्थान के नागौर जिले के परबतसार में सबसे अधिक 89 मिलीमीटर और धौलपुर जिले के सेपाउ में 65 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.
हिन्दुस्थान समाचार