हरियाणा की मिट्टी न केवल खेती करने के लिए मशहूर है, बल्कि इसी मिट्टी ने भारत को कई ऐसे खिलाड़ी दिए हैं, जो आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहे हैं. इन्ही खिलाड़ियों में से एक है नीरज चोपड़ा. नीरज चोपड़ा को फैंस के द्वारा ‘गोल्डन ब्वॉय’ नाम भी दिया गया है.
नीरज ने कई बार अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भारत का नाम इंटरनेशनल लेवल पर ऊंचा किया है. साल 2020 में हुए टोक्यो ओलपिंक में नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर थ्रो फेंककर स्वर्ण पदक जीता था. गोल्ड मेडल अपने नाम कर उन्होंने इतिहास रचा था. नीरज ने ऐसा कर भारत के 120 साल से लंबे इंतजार को खत्म कर दिया था. साथ ही एथलेटिक्स में 2 मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी है.
11 साल की उम्र से भाला थ्रो सीखने से लेकर 28 साल की उम्र में नीरज ने भारतीय एथलीट्स में अपना नाम बना लिया है. नीरज के शानदार प्रदर्शन के लिए पीएम मोदी भी उनकी कई बार खुलकर तारीफ कर चुके हैं.
डॉयमंड लीग 2025 में नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास

NEERAJ CHOPRA HAS DONE IT 🔥
Whopping 90.23m in 3rd attempt | Its his maiden 90m+ throw #DohaDL pic.twitter.com/7txcRHcSzo
— India_AllSports (@India_AllSports) May 16, 2025
16 मई को दोहा में आयोजित हुए आयोजित डायमंड लीग 2025 में नीरज चोपड़ा ने 90.23 मीटर का जबरदस्त थ्रो किया. अपने इस थ्रो के साथ नीरज एक नया नेशनल रिकॉर्ड बनाते हुए इतिहास रच दिया. इसे पहले के दो प्रयास में नीरज ने 88.44 मीटर, दूसरे में उनका फॉउल हुआ. नीरज चोपड़ा द्वारा बनाए गए ऐतिहासिक रिकॉर्ड के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ट्वीट पोस्ट कर उन्हें बधाई दी थी.
A spectacular feat! Congratulations to Neeraj Chopra for breaching the 90 m mark at Doha Diamond League 2025 and achieving his personal best throw. This is the outcome of his relentless dedication, discipline and passion. India is elated and proud. @Neeraj_chopra1 pic.twitter.com/n33Zw4ZfIt
— Narendra Modi (@narendramodi) May 17, 2025
नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय

नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर, 1997 को पानीपत जिले में स्थित खंडरा गांव, हरियाणा में हुआ था. नीरज का परिवार काफी साधारण-सा है. उनके पिता का सतीश कुमार है, जो पेशे से किसान है. वहीं उनकी माता का नाम सरोज देवी है, जोकि एक गृहिणी है. नीरज की 2 बहनें भी हैं. नीरज बचपन से ही अपने परिवार के लाडले रहे हैं. बचपन में नीरज काफी शरारती हुआ करते थे.
बात करें नीरज चोपड़ा की पढ़ाई की तो, उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पानीपत में ही स्थित BVN पब्लिक स्कूल से की थी. इसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ में स्थित दयानंद एंग्लो वेदिक कॉलेज से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया था.
कॉलेज के दौरान नीरज कई बार उनके पिता जी द्वारा दिए गए कुर्ते भी पहनते थे. उनके इस फॉर्मल लुक को दोस्तों के द्वारा खूब पसंद किया जाता था. इसी वजह से नीरज के दोस्त उन्हें सरपंच कहकर भी बुलाते थे.
बचपन में मोटा होने की वजह से बच्चे उड़ाते थे मजाक

नीरज चोपड़ा बचपन में मोटे थे, जिसकी वजह से आसपास के गांव के सभी बच्चे उनका खूब मजाक उड़ाया करते थे. वजन कम कराने के लिए उनके चाचा जी रोज नीरज को दौड़ कराने के लिए लेकर जाते थे. उनके गांव से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शिवाजी स्टेडियम में नीरज दौड़ के लिए जाया करते थे.
साल 2011 में एक बार बिना किसी ट्रेनिंग के नीरज ने 40 मीटर का थ्रो फेंका था. जिसे स्टेडियम मौजूद जयवीर बहुत प्रभावित हुए थे. इसके बाद उन्होंने ही नीरज को जेवलिन के प्रति झुकाव होने लगा. बाद में उन्होंने ट्रेनिंग लेनी भी शुरू कर दी थी.
13 साल की उम्र में जेवलिन थ्रो खेल में की थी शुरूआत
जब नीरज 13 साल के थे तो उन्होंने जेवलिन थ्रो में ट्रेनिंग के लिए पंचकूला में स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम ज्वाइन कर लिया था. कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ नीरज भाला थ्रो की ट्रेनिंग लिया करते थे. वहां नसीम अहमद उनके कोच हुआ करते थे.
साल 2012 में हुए U-16 राष्ट्रीय चैंपियनशिप में नीरज ने भाग लिया और 68.46 मीटर के थ्रो मारकर U-16 राष्ट्रीय का एक नया रिकॉर्ड सेट किया. जिसके बाद वह U-16 के राष्ट्रीय चैंपिनय बन गए. इसके बाद लखनऊ में आयोजित हुई 28वीं जूनियर राष्ट्रीय चैंपिनयनशिप में नीरज ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था.
नीरज में हमेशा से कुछ कर दिखाने का जज्बा हमेशा से ही था. शानदार रिकॉर्ड अपने नाम कर वह इस खेल के अगले पड़ाव में जाना चाहते थे. जिसके लिए उन्हें मंहगे उपकरण आदि की आवश्यकता थी लेकिन उनका परिवार का पूरा खर्चा केवल खेती करके ही चलता था तो ऐसे में उन्हें आर्थिक रुप से मदद की जरुरत थी. तब संयुक्त किसान परिवार ने नीरज की मदद की और वह राष्ट्रीय शिविर में शामिल हो गए.
IAAF वर्ल्ड यू-20 चैम्पियनशिप में जीता गोल्ड
साल 2016 में हुए आईएएएफ वर्ल्ड यू-20 चैम्पियनशिप में नीरज चोपड़ा ने हिस्सा लिया. जहां उन्होंने 86.48 मीटर का थ्रो मारकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. उनके द्वारा बनाए इस रिकॉर्ड की पूरी विश्व में खूब सरहाना की थी. 86.48 मीटर थ्रो के बाद नीरज ने U-20 के सभी पुराने रिकॉर्ड्स को तोड़ दिया था.
साल 2016 में भारतीय सेना में हुई ज्वाइनिंग

IAAF वर्ल्ड U-20 चैम्पियनशिप में शानदार जीत के बाद भारतीय सेना ने नीरज को सम्मानित किया. 15 मई, 2016 को सेना ने राजपुताना रेजिमेंट में नीरज को नायब सूबेदार के पद पर जूनियर कमांड ऑफिसर के तौर पर चुना था.
बाद में साल 2020 में हुए टोक्यो ओलपिंक में नीरज ने भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था. जिसके बाद नीरज को नायब सूबेदार की पोस्ट से सूबेदार मेजर का पद दिया गया था.
अपनी मेहनत के दम पर भारतीय सेना में इतना उच्च पद मिलने के बाद एक इंटरव्यू में नीरज ने खुशी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि मैं अपना परिवार का पहला ऐसा व्यक्ति हूं, जो सरकारी नौकरी करेगा. आज तक मेरे पूरे परिवार में किसी ने भी सरकारी नौकरी में काम नहीं किया है.
- साल 2017- नीरज चोपड़ा ने एशियाई चैंपिनयशिप ट्रॉफी में गोल्ड मेडल जीता.
- साल 2018- नीरज चोपड़ा ने एशियाई गेम्स और ओलंपिक्स में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. बता दें, एशियन
- गेम्स में भाला थ्रो में अब तक केवल 2 ही भारतीय ने मेडल जीता है. नीरज से पहले गुरतेज सिंह ने साल 1982 में कांस्य पदक जीता था.
- साल 2018 में एशियाई गेम्स के दौरान नीरज के कंधे में चोट लग गई थी. जिसके चलते साल 2019 में उनकी सर्जरी भी हुई थी.
- साल 2020 में कोरोना वायरस की महामारी की वजह से कई अहम टूर्नामेंट्स को में नीरज चोपड़ा हिस्सा नहीं ले पाए थे.
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टोक्यो ओलपिंक 2020 में नीरज ने रचा इतिहास, 121 साल भारत का सपना किया पूरा
THE KING BRINGS IT HOME 🇮🇳
125 years of wait ends here in AFI’s 75th year. We are speechless champion #NeerajChopra#Tokyo2020 #Athletics pic.twitter.com/w0WFmYTch7
— Athletics Federation of India (@afiindia) August 7, 2021
साल 2021 में हुए टोक्यो ओलपिंक 2020 में कुछ ऐसा हुआ, जिसका भारत पिछले 121 सालों से इंतजार कर रहा था. नीरज चोपड़ा ने जेवलिन में बेहतरीन 87.58 मीटर का थ्रो मारकर इतिहास रच दिया. ऐसा करने वाले नीरज पहले भारतीय एथलीट बन गए थे.

टोक्यो ओंलपिक 2020 में नीरज ने अपने पहले प्रयास में 87.03 मीटर, दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर और तीसरे प्रयास में 76.79 मीटर दूर तक अपना भाला फेंका..
जब नीरज ने इतनी बड़ी उपलब्धि अपने नाम दर्ज की थी, उस दौरान उनकी उम्र में केवल 23 थी. इस गेम में शानदार प्रदर्शन देने के बाद उनके करियर में काफी बड़ा उछाल आया.
नीरज चोपड़ा ने किया अपना एक अनोखा सपना पूरा
A small dream of mine came true today as I was able to take my parents on their first flight.
आज जिंदगी का एक सपना पूरा हुआ जब अपने मां – पापा को पहली बार फ्लाइट पर बैठा पाया। सभी की दुआ और आशिर्वाद के लिए हमेशा आभारी रहूंगा 🙏🏽 pic.twitter.com/Kmn5iRhvUf
— Neeraj Chopra (@Neeraj_chopra1) September 11, 2021
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर भारत समेत पूरे विश्व में अपना खूब नाम कमाया था. पहले तो भारत के गोल्ड लाने का सपना पूरा करने के बाद नीरज ने अपना एक सपना और पूरा किया. नीरज का यह सपना बाकी सपनों से थोड़ा अलग था. उनका यह सपना अपने माता-पिता को पहली बार फ्लाइट में ट्रेवल करना था. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर अपने इस सपने के पूरा होने की खुशी सबके साथ बांटी थी.
हिमानी मोर के साथ नीरज चोपड़ा ने की शादी
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भारत के मशहूर एथीलट नीरज चोपड़ा 19 जनवरी, 2025 को अपनी फ्रेंड हिमानी मोर संग शादी के बंधन में बंधे थे. इस बात की जानकारी नीरज ने खुद इंस्टाग्राम पर फोटो शेयर कर अपने फैंस को दी थी. नीरज ने अपनी शादी काफी सीक्रिटिव तरीके से की थी, जिसमें परिवार के करीबी लोग ही शामिल हुए थे. हिमानी मोर एक टेनिस प्लेयर है. फिलहाल वह एमहर्स्ट कॉलेज में अस्टिटेंट के तौर पर महिला टेनिस टीम को मैनेज करती है.
जानें कौन हैं नीरज चोपड़ा के रोल मॉडल
आजतक के साथ हुए एक इंटरव्यू के दौरान नीरज चोपड़ा से उनके रोल मॉडल को लेकर सवाल किया गया था. जिस पर उन्होंने कहा कि Jan Zelenzy उनके रोल मॉडल हैं. Zelenzy के द्वारा मारे गए थ्रो को देखना उन्हें बहुत अच्छा लगता है.
https://www.olympics.com/hi/news/india-javelin-throw-neeraj-chopra-coach-uwe-hohn
जानें किन-किन कोच से नीरज चोपड़ा ले चुके हैं ट्रेनिंग
- भाला थ्रो सीखने में शुरूआत में सबसे पहले जयवीर चौधरी नीरज चोपड़ा के कोच रहे.
- इसके बाद जब वह पंचकूला में स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम जेवलिन की प्रेक्टिस करते थे, उस दौरान नसीम अहमद उनके मुख्य कोच रहे.
- उवे हॉन नीरज के प्रमुख कोच रहे हैं. इसके अलावा नीरज को गैरी कैल्वर्ट, वर्नर डेनियल, काशीनाथ नाइक, डॉ क्लॉस बार्टोनिएट्ज़ ने भी भाला थ्रो की ट्रेनिंग दी है.
जानें क्या है नीरज चोपड़ा की फिटनेस का मंत्र
नीरज चोपड़ा ने केवल अपने शानदार प्रदर्शन के चलते फैंस के बीच चर्चा में रहते हैं बल्कि वह अपनी फिटनेस और बॉडी को लेकर कई युवाओं को इंस्पायर करते हैं. एक इंटरव्यू के दौरान नीरज ने बताया कि उनके द्वारा सेवन किए जाने वाली सभी चीजें आर्गेनिक तरीके से उगाई गई है. उसमें किसी भी तरह का कोई कैमिकल नहीं मिलाया हुआ है.
हरियाणा के सभी एथलीट्स के फिट रहने का राज यह है कि यहां के ज्यादातर लोग किसान है. यहां के सभी लोग पौष्टिक और आर्गेनिक चीजों का सेवन करते हैं. हमारी डाइट में जरुरी सभी पौष्टिक तत्व और विटामिन्स मौजूद होते हैं.
खाली समय में वॉलीबॉल खेलना है पसंद
मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में नीरज चोपड़ा ने बताया कि खाली समय में उन्हें घर पर अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद है. इसके अलावा उन्हें वॉलीबॉल खेलना भी बहुत पसंद है.
9 मई, 2025 को आर्मी से दिया इस्तीफा
नीरज चोपड़ा को राष्ट्रपति मुर्मू की तरफ से भारत की टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक से सम्मानित किया गया था. जिसके बाद उन्हें भारतीय सेना में एक साथ पदों पर नियुक्त हो चुके थे. ऐसे में आर्मी का नियम है कि एक व्यक्ति एक समय पर 2 अलग-अलग पदों पर अपनी सेवाएं नहीं दे सकता है. जिसके बाद नीरज ने सूबेदार मेजर के पद से इस्तीफा दिया.
नीरज चोपड़ा द्वारा हासिल की गई उपलब्धियां
- टोक्यो 2020 ओलंपिक: स्वर्ण पदक (87.58 मीटर)
- पेरिस 2024 ओलंपिक: रजत पदक
- विश्व चैंपियनशिप: कांस्य पदक (2023)
- एशियाई खेलों: स्वर्ण पदक (2018, 2022)
- कॉमनवेल्थ खेल : स्वर्ण पदक (2018)
- विश्व जूनियर रिकॉर्ड: 86.48 मीटर (2016)
https://www.olympics.com/hi/news/neeraj-chopra-gold-medals-javelin-throw
नीरज चोपड़ा के नाम दर्ज हुए ये खास पुरस्कार

- साल 2018 में नीरज चोपड़ा को एथलेक्टिस के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
- साल 2021 में नीरज चोपड़ा को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था.
- साल 2022 में पद्म श्री पुरस्कार से नीरज चौपड़ा को सम्मानित किया गया था.
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