Panipat News: पानीपत (Panipat) में गरीब लोगों का राशन हड़पने के मामले में प्रदेश सरकार ने खाद्य आपूर्ति विभाग के चार इंस्पेक्टरों को निलंबित कर दिया है.
पानीपत में गांधी कालोनी निवासी अंकित ने अप्रैल में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले निदेशालय को शिकायत कर विभाग के इंस्पेक्टर, प्रोग्रामर पर तीन डिपोधारकों के साथ मिलकर राशन में गबन का आरोप लगाया था. आरोप है कि तीन डिपोधारकों ने पांच अन्य डिपो की सप्लाई अटैच कराकर इसी वर्ष जनवरी, फरवरी और मार्च में जारी राशन स्टाक को गलती से पुराने स्टाक में दर्ज बताकर पीओएस मशीन से अपने फिंगर प्रिंट से इंस्पेक्शन कर स्टाक में से 3 लाख 26 हजार 665 किलो 700 ग्राम गेहूं, 43 हजार 884 किलोग्राम बाजरा, 2002 लीटर सरसों का तेल व 1003 किलोग्राम चीनी को शून्य कर दिया गया.
जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक ने डिपो होल्डर्स और विभागीय अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. जिनमें इंस्पेक्टर सुरेंद्र सैनी, प्रोग्रामर सृजन भारती और तीन डिपो होल्डर अनिल, ललिता और उमेश पर करीब 20 लाख रुपये से ज्यादा का राशन गबन करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था. उन्होंने उनकी पिछले चार सालों के रिकॉर्ड की जांच कराने की मुख्यालय से अपील की थी. इसी जांच में ये खुलासा हुआ कि इन्हीं डिपो धारकों के साथ ये चारों इंस्पेक्टर संलिप्त हैं. आरोपों के बाद चंडीगढ़ स्थित खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशालय ने पानीपत में तैनात इंस्पेक्टर सुरेंद्र सैनी, प्रवीन, अमित दहिया और बिजेंद्र को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं. इनमें से तीन वर्तमान में पानीपत में ही तैनात हैं, जबकि बिजेंद्र सिंह करनाल में तैनात है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार