Delhi Water Crisis: भारत की राजधानी दिल्ली (Delhi) में पिछले कई दिनों से पानी की कमी (Water Crisis In Delhi) के कारण दिल्लीवासियों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बढ़ते तापमान और गर्मी की वजह से लोगों के बीच पानी मांग बढ़ने लगी है. दिल्ली में पानी संकट को लेकर आज यानि 12 जून को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार आम आदमी पार्टी को फटकार लगाई है. फटकार लगाते हुए कोर्ट ने कहा आप इतने दिनों से क्या कर रहे हो . लोग पानी की कमी से पानी परेशान नजर आ रहे हैं. हर मीडिया चैनल पर हमें इसकी फोटोस देख रहे हैं. कोर्ट ने दिल्ली सरकार आप से कहा कि यदि आप टैंकर माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं, तो हम दिल्ली पुलिस को इसके खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश देंगे.
न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार और वकील प्रसन्ना बबी वराले की ग्रीषमकालीन पीठ ने दिल्ली सरकार से पूछा कि आप हमें झूठे बयान क्यों दे रहे हैं? जब हिमाचल प्रदेश से आपको सही मात्रा में पानी मिल रहा है, तो दिल्ली में पानी की कमी कैसे हो रही हैं? टैंकर माफिया यहां पर मौजूद है. आप अब तक इनके खिलाफ क्या एक्शन लिया है? अब अगली सुनवाई वीरवार (13 जून) को होगी.
जानें क्या है पूरा मामला
दिल्ली जल बोर्ड के अनुसार दिल्ली में हर दिन 129 करोड़ गैलन पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन अत्यधिक गर्मी पड़ने की वजह से लोगों के बीच पानी की कमी हो रही है और 96.9 गैलन पानी की मांग ही पूरी हो रही है. दिल्ली का अपना खुद पा कोई पानी का स्त्रोत नहीं है. वह पूरी तरह से हरियाणा और उत्तर प्रदेश पर निर्भर करता है. पानी की कमी होने से लोगों को बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. दिल्ली में पानी की कमी होने की वजह से दिल्ली सरकार ने हरियाणा सरकार को इसका जिम्मेदार ठहराते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज की थी. याचिका में दिल्ली सरकार ने हरियाणा सरकार से अनुरोध किया गया है कि हिमाचल प्रदेश द्वारा छोड़ा गया पानी वह हरियाणा से छोड़ दें.