Ghar Wapsi: देश में आज भी कई पिछड़ों और ग्रामीण इलाकों में मुस्लिम और ईसाई लोग गरीबों की मजदूरी का फायदा उठाने के लिए उन्हें धर्म परिवर्तन करने पर मजबूर कर देते हैं. वहीं दूसरी और जिंदा रहने के डर से बेशक वह अपना धर्म परिवर्तन कर देते हैं, लेकिन अपने सनातन धर्म से जुड़े हुए है. ऐसे ही एक ताजा मामला सामने आया है. छत्तीसगढ़ के बालमपुर जिले के चांदो कदरी गांव में रहने वाले 130 से अधिक लोगों ने घर वापसी की है. दरअसल गांव में चल रहे राम यज्ञा और वनवासी श्रीराम कथा के 10 दिनों के कार्यक्रम खत्ंम होने के बाद उन लोगों ने यह फैसला लेने का निर्णय किया. जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम के दौरान वहां पर बीजेपी के प्रदेश नेता और घर वापसी अभियान के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भी मौजूद थे.
50 परिवार के 130 से ज्यादा लोगों ने की घर वापसी
गांव में चल रहे वनवासी श्रीराम कथा जो वृंदावन के सतानंद महाराज के नेत्तृत्व में की जा रही थी. 10 दिन चली कथा का सम्पन्न होने के बाद 50 से ज्यादा परिवार के लगभग 130 लोगों ने अपने धर्म को छोड़ सनातन धर्म में जाने का मन बना लिया. दरअसल ईसाई मिशनकारियों के बहकावे में इन सभी लोगों ने ईसाई धर्म से जुड़ गए थे, लेकिन हमारे सनांतन धर्म की यही खास बात है जो एक बार इसके बारे में जान लेता है फिर वह इसे दूर नहीं सकता. यज्ञ के दौरान इन सभी लोगों ने बीजेपी नेता प्रताप सिंह से इस विषय में बात की और फिर क्या था यज्ञ पूरा होने के बाद सभी आदिवासी लोगों की घर वापस करवाई गई.
चरण पखारकर किया सभी को स्वागत
घर वापसी अभियान के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने सभी 130 लोगों के चरण पखारकर उनका हिन्दू धर्म में स्वागत किया. प्रताप सिंह ने सभी घर वापसी लोगों से गले मिलकर उन्हें भाविष्य में तरक्की करने का आशीर्वाद दिया. लोगों की घर वापसी पर बीजेपी नेता ने कहा कि धर्म परिवर्तन से लोगों का मंतातरण नहीं बल्कि राष्ट्रतंरण रहा है.
इस खास मौके पर प्रताप सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में चल रहे धर्म परिवर्तन या कन्वर्जन कराने की ताकत को हम यहां पनपने भी नहीं देंगे. यह घर वापसी का अभियान जोरों- शोरों के साथ ऐसे ही चलता रहेगा. विपक्ष पर प्रहार करते हुए प्रताप सिंह ने कहा, कि सेवा में पर लोगों के धर्म परिवर्तन की अलग ही रणनीति चलाई जा रही है.