MPLAD List: पूरे देश में लोकसभा चुनाव का जश्न मनाया जा रहा है. चुनाव में जीतने क लिए मैदान में उतरे उम्मीदवार जनसभाओं और चुनावी रैली में जनताओं से वोटों की अपील करते हैं और उन्हें विकास , स्वास्थ में मिलने वाली सुविधाओं का वादा भी करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं, क्या सभी सांद उन सभी वादों को पूरा करने में सक्षम होते हैं, जिनका वादा वह अपनी जनता से चुनाव से पहले करते हैं. सरकार द्वारा सभी सांसदों को हर साल कुछ रकम (MPLAD) दी जाती है जिसका इस्तेमाल सांसदों को अपने निर्वाचित क्षेत्र के विकास में करना होता है. MPLAD ने 17वीं लोकसभा की लिस्ट जारी कर दी है. लिस्ट को देखकर साफ-साफ बताया जा सकता है कि इ बार सांसदों को प्रदर्शम बेहद खराब रहा है. इसमें हरियाणा राज्य सबसे चीरे स्थान पर हैं.
कैसा रहा 17वीं लोकसभा में सांसद विकास निधि का परिणाम
2019 यानि 17वीं लोकसभा में सांसदों को दी गई रकम 16वीं लोकसभा के मुकाबले कम थी, हालांकि इसके भी सांसद उस रकम को क्षेत्र के विकास पर खर्च करने में असफल रहे. इस बार की MPLAD लिस्ट में आंध्र प्रदेश का प्रदर्शन बेहद अच्छा रहा है. उन्होंने सरकार के द्वारा मिलने वाले फंड को क्षेत्र में विकास में अच्छी तरह लगाया है, वहीं दूसरी और हरियाणा राज्य का प्रदर्शन बहुत खराब रहा है.
हरियाणा राज्य ने केंद्र सरकार द्वारा मिले रकम का केवल 74 प्रतिशत ही खर्च किया है. जबकि आंध्र प्रदेश ने 131 प्रतिशत , जम्मू-कश्मीर ने 77.5 प्रतिशत, कर्नाटक ने 107.9 प्रतिशत, हिमाच प्रदेश ने 105 प्रतिशत, तेलंगाना ने 78 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल ने 80 प्रतिशत राशि ही खर्च किया है.
17वीं लोकसभा में सांसदों ने सांसद विकास निधि का केवल 96.3 प्रतिशत खर्च किया, जो कि 16वीं लोकसभा 2.7 प्रतिशत कम हो चुका है.
क्या होता है MPLAD ?
MPLAD यानि सांसद विकास निधि, जो केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई योजना है, जिसके तहत लोकसभा और राज्यसभा से सभी सांसदों को कोरड़ों रुपए की रकम दी जाती है, जिसे सांसद अपने क्षेत्र के विकास कार्य में लगा सकता है. इसके अलावा विधायकों को भी यह रकम अपने क्षेत्र में विकास कार्यों पर लगाने के लिए दिए जाते हैं.