पलवल: पलवल में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत के बाद उसके शव को दफनाने को लेकर विवाद हो गया. हथीन में श्मशान घाट प्रबंधन से जुड़े लोगों ने शव को दफनाने से रोक दिया. विवाद की सूचना मिलने पर डीएसपी हथीन सुरेश भड़ाना पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. बाद में शव को दूसरे गांव में दफनाया गया.
जानकारी के अनुसार पलवल के हथीन में रहने वाले घुमंतू जाति के 85 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी. वह तीन वर्षों से हथीन में रह रहा था. उसका दवाइयां बेचने का काम था. इससे पूर्व वह परिवार के साथ पलवल की दया कॉलोनी में रहते था. हथीन में व्यक्ति की मौत के बाद उसके परिजन शव को दफनाने गए तो विवाद हो गया. विवाद बढ़ता देख मौके पर डीएसपी सुरेश भड़ाना पहुंचे.
डीएसपी ने श्मशान घाट प्रबंधन एवं शव दफनाने आए लोगों से बात की. श्मशान भूमि वालों का कहना था कि श्मशान में अग्नि से दाह संस्कार की परंपरा है. इस प्रक्रिया से अंतिम संस्कार की इजाजत श्मशान भूमि में दी जाती है. शव दफनाने की इजाजत श्मशान में नहीं मिलती.
वहीं, शव को दफनाने आए लोगों से बात की तो उनका कहना था कि मृतक दूसरे पंथ का है, इसलिए शव को वे जलाते नहीं, बल्कि दफनाते हैं. शव दफनाने वाले लोगों ने बताया कि शव दफनाने का एकमात्र स्थल जिले के एक गांव में है. इसके बाद वह शव को दूसरे गांव में ले गए और शव दफना दिया.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार