फतेहाबाद: जिले के जाखल क्षेत्र के गांव चांदपुरा में दो गुटों में तनाव के बाद जत्थेदार संत बलजीत सिंह दादूवाल गुरूद्वारे में आयोजित धार्मिक दीवान कार्यक्रम में शामिल हुए. दादूवाल के गांव में आने को लेकर ग्रामीण दो गुटों में बंटे हुए थे. एक गुट जहां किसी भी कीमत पर दादूवाल को गांव में न आने की बात कह रहा था, वहीं दूसरा गुट गुरूद्वारे में दादूवाल की मौजूदगी में धार्मिक दीवान कार्यक्रम करने पर अड़ा था. दोनों पक्षों के बीच तनाव को देखते हुए पिछले तीन दिन से गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है.
उल्लेखनीय है कि गांव के गुरुद्वारा साहिब में हर वर्ष की तरह शुक्रवार से 3 मार्च तक धार्मिक दीवान आयोजित किया जा रहा है, जिसमें जत्थेदार संत बलजीत सिंह दादूवाल शिरकत करने पहुंचे. गुरुद्वारा के पूर्व प्रधान पक्ष के लोगों नेे संत दादूवाल के यहां आने पर कड़ा विरोध करने की चेतावनी दी थी. गांव में किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति को लेकर पुलिस अलर्ट मोड पर रही. गुरूद्वारा साहिब के आसपास पुलिस बल तैनात रहा. इस बीच आयोजित तीन दिवसीय धार्मिक दीवान समागम शांतिपूर्ण माहौल के बीच प्रारंभ हुआ. इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने मौके पर माहौल का जायजा लिया तथा संदिग्धों पर पैनी नजर रखी गई. समागम के पहले दिन भारी संख्या में पुलिस फोर्स गुरुद्वारा साहिब के चारों तरफ और गांव के मुख्य स्थानों पर तैनात रही. डीएसपी जगदीश काजला, डीएसपी संजय बिश्नोई व टोहाना डीएसपी शमशेर सिंह के नेतृत्व में जाखल, टोहाना व फतेहाबाद से भी पुलिस फोर्स यहां पहुंची हुई है. स्वयं एसपी आस्था मोदी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. हालांकि पहले दिन गांव में शांति व्यवस्था कायम रही, लेकिन पुलिस को समागम के तीनों दिन यहां किसी प्रकार की कोताही न बरतने के आदेश दिए गए हैं.
क्या है पूरा मामला
गांव के गुरुद्वारा साहिब में हर वर्ष होने वाले धार्मिक दीवान कार्यक्रम में संत दादूवाल शिरकत करते हैं. पिछली बार दादूवाल ने गुरु घर से सेवामुक्त किए गए पाठी बाबा प्रदीप सिंह को पुन: नियुक्त करने की घोषणा कर दी थी. इस पर काफी विवाद हुआ था. तब भी पुलिस बल की मौजूदगी में यह मामला किसी तरह निपटा था. संत दादूवाल के आने पर गुरुद्वारा के पूर्व प्रधान पक्ष के लोग विरोध कर रहे हैं. इससे गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है. इसे देखते हुए गांव में पुलिस फोर्स, रैपिड एक्शन फोर्स नियुक्त की गई थी. बीते दिनों गुरुद्वारा साहिब के प्रवेश द्वारों पर तालाबंदी तक कर दी गई थी, लेकिन बाद में गुरुवार शाम से यहां ताले खोल दिए गए थे और लोगों को एक-एक कर माथा टेकने के लिए गुरुद्वारा परिसर में जाने दिया गया.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार