चंडीगढ़: किसान आंदोलन के दौरान मारे गए शुभकरण की हत्या मामले में पुलिस ने बुधवार देररात एफआईआर दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवा दिया है. युवक का अंतिम संस्कार आज किया जाएगा. इसी बीच पुलिस मुख्यालय के आईजी ने शुभकरण के परिजनों को पंजाब सरकार की ओर से एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार की एक लड़की को पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी देने का ऐलान किया है.
दरअसल, किसान आंदोलन के दौरान 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर पुलिस की कार्रवाई के दौरान किसान शुभकरण की मौत हो गई थी. परिजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता तथा परिवार की लड़की को पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी देने का ऐलान किया है. शुभकरण की मौत के बाद से किसान संगठन लगातार रिपोर्ट दर्ज कराने और उसके परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग पर अड़े हुए थे. इसी वजह से शव का पोस्टमार्टम भी नही हो पा रहा था. आखिरकार पंजाब सरकार को किसानों की मांग के आगे झुकना पड़ा. इस मामले में पुलिस ने बुधवार की देररात पटियाला जिले के पुलिस थाना पातड़ां में आईपीसी की धारा 302 और 114 के तहत केस दर्ज किया है. अभी केस में किसी को नामजद नहीं किया गया है. आरोपितों की पहचान करने के लिए पुलिस घटना वाले दिन के फोटो और वीडियो की जांच करेगी, जिसके आधार पर केस में नाम शामिल किए जाएंगे. इसके बाद बुधवार रात को ही शुभकरण के शव का पोस्टमार्टम भी कराया गया. इस बीच किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि वह गुरुवार को शुभकरण के शव को पहले खनौरी बार्डर पर लेकर जाएंगे. उसके बाद उसके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा.
शुभकरण सिंह के पिता किसान चरणजीत सिंह ने बताया कि शुभकरण किसानों के साथ अपने कर्ज माफी को लेकर आंदोलनों का हिस्सा बनने जाता था. उन्होंने बताया कि 21 फरवरी को जत्थेबंदी ने दिल्ली की ओर बढऩे का ऐलान किया गया था. किसानों के साथ शुभकरण और उसके साथी दिल्ली की ओर बढऩे लगे लेकिन हरियाणा सरकार ने नाकाबंदी कर कर अंधाधुंध आंसू गैस के गोले फेंके और साथ ही गोलियां भी चलाई गईं. सरकार की कार्रवाई को देखते हुए किसान रुक गए थे, मगर फिर भी पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई को रोका नहीं गया. इस दौरान घायल शुभकरण की मौत हो गई.
इस बीच पंजाब के आईजी मुख्यालय सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि सरकार शुभकरण के परिजनों को एक करोड़ रुपये तथा परिवार की लड़की को कांस्टेबल की नौकरी देगी. इस मामले में कानूनी राय के आधार पर कार्रवाई की गई है.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार