चंडीगढ़: राज्य में भाजपा सरकार अब तक के अपने कार्यकाल के दौरान एचपीएससी के माध्यम से 2904 तथा एचएसएसए के माध्यम से 42 हजार 445 युवाओं को नौकरियां दे चुकी है. हरियाणा विधानसभा में गुरुवार को गोहाना के विधायक जगबीर मलिक ने सितंबर 2019 से आज तक राज्य में हरियाणा लोक सेवा आयोग तथा हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से दी गई नौकरियों पर सरकार से रिपोर्ट मांगी. विपक्षी विधायक ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से दी गई वर्षवार नौकरियों पर भी सरकार से सदन में रिपोर्ट मांगी.
विधायक जगबीर मलिक के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री मनोहर सिंह ने बताया कि एचपीएससी के माध्यम से एक सितंबर 2019 से लेकर 15 फरवरी 2024 तक 2038 सामान्य श्रेणी, 385 एससी, 214 बीसी ए, 119 बीसी बी, 108 ईडब्ल्यूएस, 26 ईएसएम, चार डीईएसएम, 10 ईबीपी श्रेणी के युवाओं को नौकरियां दी गई है. मुख्यमंत्री ने बताया कि एचपीएससी के माध्यम से वर्ष 2019-2020 में 503, वर्ष 2020-2021 में 284, 2021-2022 में 55, 2022-2023 में 788 तथा 2023-फरवरी 2024 तक 1274 अभ्यर्थियों को नौकरियां दी गई.
मुख्यमंत्री ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से कुल 42 हजार 445 युवाओं को नौकरियां दी गई. जिसमें सामान्य श्रेणी के 15097, एससी श्रेणी के 7108, बीसीए के 5477, बीसीबी के 3395, ईडब्ल्यूएस के 4042, ईएसएम सामान्य श्रेणी में 3299, ईएसएम एससी के 957, ईएसएम बीसीए के 957, ईएसएम बीसीबी के 1317, ईएसपी सामान्य श्रेणी में 277, ईएसपी एससी में 226, बीसीए में 189 तथा बीसीबी में 104 अभ्यर्थियों को सरकारी नौकरियां प्रदान की गई.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सदन में हरियाणा कौशल रोजगार निगम को लेकर भी आज रिपोर्ट जारी की. एचकेआरएन के मुद्दे पर हरियाणा के विपक्षी दलों द्वारा लगातार हंगामा किया जा रहा है. विपक्ष एचकेआरएन के माध्यम से होने वाली भर्तियों को लगातार खारिज कर रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने वर्ष 2022 में एचकेआरएन की स्थापना की. जिसके चलते अब तक 13 हजार 133 युवाओं को नियुक्तियां प्रदान की गई हैं. इसके अलावा एक लाख पांच हजार 747 युवाओं को ठेकेदारों की श्रेणी निकालकर एचकेआरएन में जोड़ा गया है.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार