सोनीपत: उपायुक्त एवं चिन्हित अपराधों की जिला स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी के चेयरमैन डॉ. मनोज कुमार ने बुधवार को लघु सचिवालय में बैठक ली. एनसीओआरडी (नारको कॉर्डिनेशन सेंटर) व चिन्हित अपराधों को लेकर आयोजित बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नशा मुक्ति केंद्रों की निरंतर चैकिंग करें. चिन्हित व जघन्य अपराधों में शामिल अपराधियों को हर हाल में सजा मिलनी चाहिए.
उपायुक्त ने कहा कि चिन्हित अपराधों की पुख्ता व ठोस सबूतों के साथ कोर्ट में पैरवी करें, ताकि अपराधियों को उनके द्वारा किए गए अपराध की कड़ी सजा मिल सके. बैठक में केसों से संबंधित बचाव साक्ष्य और तकनीकी कानूनी पहलुओं के बारे में विचार-विमर्श किया गया. चिन्हित अपराध से संबंधित मामलों की जांच संबंधित पूरी प्रक्रिया की रिपोर्ट उपायुक्त कार्यालय को भी भेजी जाए.
उपायुक्त ने निर्देश दिए कि अपराधों के मामलों में पुलिस विभाग कोर्ट में जाने से पहले उसकी अच्छी रिपोर्ट तैयार करे, ताकि अपराधी को अधिक से अधिक सजा मिल सके. अक्सर संज्ञान में आता है कि कोर्ट में केस की मजबूती न होने के कारण कई बार अपराधी सजा से बच जाते हैं. ऐसे में साक्ष्य के अभाव और कमजोर पैरवी के कारण केस कमजोर भी हो जाते हैं और न्यायालय में उचित तथ्यों व साक्ष्यों के न होने के कारण अपराधी सजा से बच सकता है.
इसलिए कानूनी, तकनीकी और विभिन्न प्रकार के केसों में साक्ष्यों के बचाव और उनकी सुरक्षा तथा कानूनी पहलुओं द्वारा मजबूत पैरवी जिला न्यायवादी द्वारा की जाए, जिससे अपराधी बचने न पाएं. डीसीपी मनवीर सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी, डीएसपी (नारकोटिक्स) सतेन्द्र, एसडीएम खरखौदा ज्योति मित्तल, नगराधीश पूजा कुमारी तथा डीए सुनील खत्री आदि उपस्थित रहे.
साभार: हिन्दुस्थान समाचार