Delhi Politics: 4 जून को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं और नई सरकार के गठन को बने में एक महीना पूरा हो चुका है. लेकिन अभी तक कई पार्टियां अपनी हार की समीक्षा में लगी हुई है. इस बार के आम चुनाव में दिल्ली और हरियाणा में गठबंधन कर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव लड़े थे.चुनाव में दोनों ही पार्टियों को दिल्ली में एक भी सीट नहीं मिली. जिसके बाद दोनों पार्टी में विवाद होने शुरु हो गए . साथ ही हार के लिए एक-दूसरे पर उंगली तक उठाने लगे हैं.
दिल्ली में कुल 7 लोकसभा सीटों में से 3 सीटों पर कांग्रेस और 4 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़े थे. लेकिन दोनों ही पार्टी अपना खाता खोलने में असक्षम रही. दिल्ली में मिली हार के लिए कांग्रेस अब पूरी तरह सै आम आदमी पार्टी से जिम्मेदार ठहरा रही है. हाल ही में कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के दौरान मिली हार के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी. कमेटी ने रिपोर्ट बनाकर पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सौंप दी है. कमेटी के शामिल कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार,जेपी अग्रवाल और उदित राज ने कमेटी में आम आदमी पार्टी को हार का जिम्मेदार बताया है.
कांग्रेसी नेताओं ने आप पर लगाए कई आरोप
फैक्ट फाइंडिग कमेटी के द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि चुनाव के प्रचार के दौरान आप के नेताओं ने बिल्कुल भी कांग्रेस पार्टी का समर्थन नहीं किया. साथ ही कांग्रेस ने बोा है कि आप के उम्मीदवारों ने कांग्रेस नेताओं के साथ चुनाव के दौरान बुरा व्यवहार भी किया था.कांग्रेस पार्टी के उम्मीजवारों ने यह कयास लगाए थे कि आम आदमी पर्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने से उनकी जीत होना संभव हैं, परंतु ऐसा हुआ नहीं.
इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने पूर्वी उत्तरी लोकसभा सीट से कन्हैया कुमार , चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल और उत्तरी पश्चिमी सीट से उदित राज को मैदान में उतारा था.