Iran: ईरान (Iran) में लगातार लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. ईरान का इस्लामिक कट्टरपंथी सरकार लोगों के द्वारा जताई जा रही असहमति बोलने वालों की आवाज दबाई जा रही है. इसी बीच ईरान का एक नया मामला सामने आया है जिसमें सशस्त्र विद्रोह के आरोप में कैद एक प्रमुख श्रमिक कार्यकर्ता शरीफे मोहम्मदी को मौत की सजा सुनाई है.
जानें क्या है पूरा मामला
ईरान इंटरनेशनल रिपोर्ट के अनुसार, शरीफे मोहम्मदी ईरान की एक लेबर एक्टिविस्ट है, जो लंबे समय से ईरान में मौजूद श्रमिकों के हित में काम करती थी. शरीफे मोहम्मदी ने कई बार रईसी सरकार के खिलाफ आवाज भी उठाई थी. हाल ही में उन्होंने ईरान की सुरक्षा बलों के एक्शन पर आवाज उठाई थी. जिसके चलते सरकार ने पिछले साल दिसंबर में उन्होंने गिरफ्तार कर लिया था.
सरकार द्वारा शरीफे मोहम्मदी को मौत की सजा का फैसला सुनाने के जरिए सरकार वहां के लोगों के बीच में अपने डर को कायम रखना चाहते हैं. ईरानी सरकार अपने खिलाफ उठने वाली आवाज को दबाना चाहती है.
मोहम्मदी को बचाने के लिए अभियान ने पोस्ट किया शेयर
शरीफे मोहम्मदी को बचाने के लिए अभियान प्रमुख ने ईरान सरकार के द्वारा दिए गए फैसले को पोस्ट शेयर करते हुए निराधार बताया है.
साल 2023 में कुल 834 लोगों को दी थी फांसी
रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में कुल 834 ईरानियों को फांसी की सजा सुनाई गई थी. यह साल 2022 की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक है.