Parliament Session: 18वीं लोकसभा सत्र के छठे दिन यानि 1 जुलाई को विपक्ष के नेता के रुप में राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की. चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कई विवादास्पद बयान दिए. जिस पर पीएम मोदी समते राजनाथ सिंह और अमित शाह ने बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा. भाषण के दौकान राहुल गांधी ने धर्म, अप्लसंख्यकों और बिजनेसमैन अंबानी-अडानी को लेकर कई सारे विवादित बयान दिए. करीब 100 मिनट तक राहुल गांधी के द्वारा विवादित बयान पर सदन में हंगामा मच गया.
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत में भगवान शिव की तस्वीर लेकर सत्तारुढ़ पार्टी पर जमकर निशाना साधा. उसके बाद उन्होंने हिंदू धर्म को हिंसक बताया.इस पर विपक्ष ने जमकर उनके विवादित बयान का विरोध किया और राहुल से माफी की मांग की. संसद में राहुल के द्वारा दिए भाषण में से कुछ अंशों को सदन कार्रवाई से हटा दिया गया है.
राहुल गांधी के द्वारा दिए गए इन बयानों को सदन कार्रवाई से हटाया
राहुल गांधी ने भाषण के दौरान कहा था कि भाजपा अल्पसंख्यक लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है. उस भाग को हटा दिया गया है.
अग्निवीर योजना को पीएमओ की योजना बताया गया है. उसे भी हटा दिया गया है.
राहुल गांधी ने हिंसा और हिंदू धर्म को लेकर जो विवादित बयान दिए थे, उन्हे भी सदन की कार्रवाई से हटा दिया गया है.
राहुल गांधी ने बयान के दौरान कहा था कि जब मैं पीएम मोदी की ओर देखता हूं, तो वह मुस्कारते नहीं है.
कोटा में हुई नीट की परीक्षा सेंट्रलाइज्ड है और इसे केवल अमीरों को फायदा मिलता है, इस अंश को भी सदन कार्रवाई से हटा दिया है.