NEET Paper Leak: 4 जून को नीट यूजी परीक्षा (MEET-UG Exam) का परिमाण आने के बाद से काफी बड़ा बवाल मचा हुआ है. इस बार के आए परिणाम ने न केवल परीक्षार्थी बल्कि आम जनता को भी चौंका दिया है. परिणाम जारी होने के बाद से जहां कई लोगों ने परीक्षा को रद्द कर उसे दोबारा कराने की मांग की, तो कई स्टूडेंटस ने सीधा हाई कोर्ट पर याचिका कर इस मामले के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग की थी. इसी बीच मंगलवार(18 जून) को सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल टेस्ट एजेंसी (NTA) और केंद्र सरकार (Central Government) को फटकार लगाई. फटकार लगाते हुए कोर्ट ने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही को भी पूरी तरह से निपटाना चाहिए. साथ ही कोर्ट ने केंद्र सरकार और नेशनल टेस्ट एजेंसी को नोटिस जारी कर दो हफ्तों के अंतर्गत जवाब देने को कहा है.
दरअसल नीट पेपर लीक मामले में नितिन विजय और अमूल्य विजय पिनापति से की ओर से याचिका दायर की गई थी. याचिका के तहत नीट पेरीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने पर जांच करने की मांग उठाई है. इसी मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई 8 जुलाई को रखी है.
बच्चों ने परीक्षा के लिए की दिन रात मेहनत
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और एनटीए से तीखे प्रश्न करते हुए कहा कि ‘यदि लापरवाही 0.001 प्रतिशत है, तो उसका भी निपटारा होना चाहिए. बच्चों ने परीक्षा के लिए खूब मेहनत और तैयार की है हम उसे नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. हम याचिकाकर्ता के मुताबिक आज फैसला नहीं सुना सकते हैं.’ आगे सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ‘मानो एक डॉक्टर किसी मरीज का इलाज कर रहा है और डॉक्टर इस तरह से पास हुआ हो. यदि केन्द्र सरकार और एनटीए से नीट यूजी एग्जाम को आयोजित कराते समय किसी भी तरह की कोई गलती हुई है तो उसे स्वीकार करें और सुधारें.’ आगे कोर्ट ने कहा कि ‘नीट-यूजी परीक्षा के खिलाफ दायर याचिकाओं को गलत और विरोधात्मक रुप से न लें.’