Kurukshetra Lok Sabha Seat 2024: हरियाणा राज्य में मौजूद सभी 10 लोकसभा सीटों में कुरुक्षेत्र लोकसभा (Kurukshetra Lok Sabha Seat) सीट काफी अहम मानी जाती है. वैसे तो महाभारत के समय से ही इस जगह को लोगों के बीच एक पहचान मिल गई थी. शुरुआत के समय में कैथल लोकसभा सीट को ही कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट के नाम से जाना जाता था, लेकिन 1973 में कुरुक्षेत्र का गठन किया था, जिसके बाद 1977 में पहली बार इस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा गया था. जिसमें जनता पार्टी के उम्मीदवार रघुवीर सिंह विर्क को सांसद चुना गया था. कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर कुल मिलाकर अभी तक 10 बार चुनाव हो चुके हैं, जिसमें से कांग्रेस ने 3 बार और बीजेपी ने 2 बार जीतकर यह सीट अपने नाम की है. साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी निर्मल सिंह को करीब 3 लाख वोटों से मात दे यह सीट अपने नाम की थी. फिलहाल इस सीट से हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी सांसद है. 25 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने नवीन जिंदल (Navin Jindal), आम आदमी पार्टी ने सुशील गुप्ता (Dr. Sushil Gupta). इनेलो पार्टी से अभय सिंह चौटाला (Abhay Singh Chautala)और एसएडी(ए) खजान सिंह (Khajan Singh) को टिकट दे मैदान में उतारा है. आइए जानें क्या है इस सीट का राजनीति इतिहास.
जानें कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट का इतिहास
साल 1973 से पहले कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट को कैथल लोकसभा सीट के नाम से जाना जाता था. फिर कुरुक्षेत्र का गठन हुआ, जिसके बाद साल 1977 में पहली बार इस सीट से चुनाव लड़े गए थे. इस सीट के अंतर्गत कुल 9 विधानसभा सीटें आती हैं. इस सीट पर कुल 10 बार चुनाव लड़े गए हैं, जिसमें से 3 बार कांग्रेस, 2 बार बीजेपी, 2 बार जनता दल और 1 बार इनेलो पार्टी ने इस सीट पर अपनी जीत का परचम लहराया है.
इस बार हरियाणा राज्य में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बाच महागठबंधन हुआ है, जिसके चलते हरियाणा की 9 सीटों पर कांर्से पार्टी के उम्मीदवार और एक सीट पर आप ने अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारा है.
जानें क्या कहते है पिछले 2 लोकसभा चुनावों के आंकड़ें
साल 2019 में हुए आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार नायब सिंह सैनी ने करीब 686,588 यानि 55.98 प्रतिशत वोोटं से जीत हासिल की थी. साथ ही कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह को लगभग 4 लाख वोट, इनेलो पार्टी के नेता अर्जुन चौटाला को कबीर 6 लाख वोटों से हराया था. कांग्रेस नेता निर्मल सिंह को 3,03,722 यानि 24.71 प्रतिशत वोट, अर्जुन चौटाला को 60,574 यानि 4.93 प्रतिशत वोट, बसपा उम्मीदवार शशि को 75,533 यानि 6.15 प्रतिशत वोट और जजपा उम्मीदवार जयभगवान शर्मा को 68,437 यानि 5.57 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे.
साल 2014 में हुए चुनाव के दौरान हरियाणा की राजनीति थोड़ी बदली हुई थी. उस चुनाव में बीजेपी सांसद राज कुमार सैनी ने 4, 18,112 वोटस यानि 36.81 प्रतिशत के साथ कुरुक्षेत्र की सीट पर बीजेपी का झंडा लहराया था. राज कुमार सैनी ने इनेलो के उम्मीदवार बलबीर सैनी को करीब 2 लाख वोटों से मात दी थी. बलबीर सैनी को लगभग 2,88,76 यानि 25.39 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार नवीन जिंदल को तीसरे स्थान पर 2,82,722 यानि 25.33 प्रतिशत वोटस प्राप्त हुए थे.
जानें इस सीट का जातीय समीकरण
कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से कुल वोट देने वाले वोटर्स की संख्या करीब 16 लाख के आसपास है. जिसमें महिलाएं वोटर्स की संख्या 7,38,138 और पुरुष वोटर्स की संख्या 8,40,974 के करीब है. इस सीट पर सबसे ज्यादा जाट वोटर्स (14%) की संख्या है. दूसरे नंबर पर जट (4%), तीसरे स्थान पर ब्राह्मण और सैनी वोटर्स (8-8%) की संख्या बराबर है. रोड वोटर्स 3, सामान्य श्रेनी के मुस्लमानों मतदाताओं की संख्या 0.5 प्रतिशत, अग्रवाल समुदाय के वोटर्स 5 प्रतिशत, ईसाई समुदाय के वोटर्स 0.5 प्रतिशत और पंजाबी वोटर्स 6 प्रतिशत है. इसके अलावा सिख सैनी मतदाताओं के वोटर्स 2.3 प्रतिशत और राजपूत मतदाताओं की संख्या 1.5 प्रतिशत है.