Lok Sabha Election 2024: हरियाणा लोकसभा सीटों में सिरसा सीट (Sirsa Lok Sabha Seat) आरक्षित सीट के चलते काफी लोकप्रिय है. साल 1962 में आई सिरसा लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर कुल 9 बार कांग्रेस, 2 बार भारतीय जनता पार्टी और 4 बार इनेलो पार्टी ने जीत हासिल की है. 2019 में हुए आम चुनावों में बीजेपी की उम्मीदवार सुनीता दुग्गल ने भारी मतों से चुनाव जीतकर यह सीट अपने नाम की थी. सुनीता दुग्गल ने 52 प्रतिशत वोटों से जीत कर कांग्रेस के उम्मीदवार अशोक तंवर को हराया था. इस साल होने वाले आम चुनाव में इस सीट की राजनीति में कई बदलाव देखने को मिले हैं.
इस साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अशोक तंवर को टिकट दे मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस पार्टी ने कुमारी शैलजा को मैदान में उतारा है. इसके अलावा इनेलो पार्टी ने इस सीट से संदीप लोट वाल्मीकि पर दांव खेला है.
सिरसा सीट का राजनीतिक इतिहास
हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से एक सिरसा सीट है. साल 1962 में यह अस्तिव में आई थी. इस सीट के अंतर्गत कुल 9 विधानसभा सीटें आती हैं. इस सीट को शुरुआत से कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. इसके अलावा इस सीट पर INLD का भी दबदबा देखने को मिला है. यह सीट राजनीति करियर के लिए बहुत अहम मानी जाती है, माना जाता है, जो भी नेता इस सीट से चुनाव लड़ा है, उसकी राजनीति में एक अलग पहचान बनी है. यह सीट हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और INLD के अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला का गढ़ माना जाती है. कहा जा सकता है कि सीट ने हर पार्टी को अपना नेतृत्व करने का पूरा मौका दिया है.
जानें यहां का जातीय समीकरण
सिरसा लोकसभा सीट में कुल वोटर्स की संख्या 17,40,188 हैं. जिसमें महिलाएं वोटर्स 8,15,032 और पुरुण वोटर्स की संख्या 9,25,150 है. 2019 में हुए आम चुनाव में कुल 13,69,486 वोटर्स ने वोटिंग की थी. साल 2019 के अनुसार करीब साढे 7 सात लाख वोटर्स अनुसूचित जाति, 3 लाख 25 हजार वोटर्स जट सिख, 7 लाख 25 हजार वोटर्स जाट समुदाय, 1 लाख 82 हजार पंजाबी समुदाय के वोटर्स, 1 लाख 11 हजार वोटर्स बनिया, 87 हजार कंबोज, 85 हजार ब्राह्मण, 48 हजार वोटर्स पिछड़ा वर्ग, 1 लाख 30 हजार वोटर्स अन्य, 55 हजार वोटर्स बिश्नोई, 87 हजार कंबोज वोटर्स शामिल हैं.
जानें कौन-कौन रहा इस सीट से उम्मीदवार
साल 2019 में हुए चुनावों में कांग्रेस ने इस सीट से अशोक तंवर, बीजेपी ने इस सीट से सुनीता दुग्गल, जेजेपी ने निर्मल सिंह मलरी, इनेलो ने चरणजीत सिंह रोरी और बसपा ने जनक राज अटवाल को मैदान में उतारा था. जिसमें सुनीता दुग्गल को 52.16 प्रतिशत, अशोक तंवर को 29.53 प्रतिशत और निर्मल सिंह को 7 प्रतिशत वोट मिले थे. इसके अलावा चरणजीत 6.43 प्रतिशत, जनक राज को 1.83 प्रतिशत और नोटा को 0.32 प्रतिशत वोट मिले थे. इस चुनाव में बीजेपी ने भारी मतों से अपनी जीत दर्ज की थी.
साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अशोक तंवर को उम्मीदवार, आम आदमी पार्टी ने पूनम चंद्र रत्ती, इनेलो ने चरणजीत सिंह रोरी, बसपा ने मांगे राम और बीएल ने डॉ. सुशील इंदौरा को उम्मीदवार चुना था. जिसमें इनेलो के प्रत्याशी चरणजीत सिंह रोरी ने 5,06,370 वोटों के साथ जीत हासिल की थी. दूसरे स्थान पर कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अशोक तंवर ने 3,90, 634 वोटों के साथ अपनी जगह बनाई थी.