Haryana Politics: हरियाणा सरकार (Haryana Government) में जजपा कोटे से डेयरी विकास बोर्ड के चेयरमैन रणधीर सिंह ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा (Randhir Singh Resigned JJP) दे दिया. साथ ही रणधीर ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) से भी इस्तीफा दे दिया है.
दरअसल, हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के कार्यकाल के दौरान एक दर्जन बोर्ड व निगमों में जजपा कोटे से नेताओं को अध्यक्ष व सदस्य नियुक्त किया गया था. अब गठबंधन टूटने के बाद सरकार ने जजपा कोटे के चेयरमैनों से इस्तीफे मांग लिए गए हैं. जिसके चलते जजपा के नेता रणधीर सिंह ने डेयरी विकास बोर्ड के चेयरमैन पद और जजपा की प्राथमिक सदस्यता से भी से इस्तीफा दे दिया है. रणधीर सिंह जजपा के गुहला से विधायक ईश्वर सिंह के बेटे हैं. भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद रणधीर सिंह के पिता ईश्वर सिंह जजपा से पहले ही बागी हो चुके हैं. रणधीर को करीब ढाई साल पहले बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल अक्टूबर तक बचा था.
अब रणधीर सिंह पिता के क्षेत्र गुहला से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. उनकी पत्नी भी गुहला नगरपालिका की अध्यक्ष है. अटकलें लग रही हैं कि वह जल्द ही अपने पिता के साथ कांग्रेस में शामिल हैं. ईश्वर सिंह के कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा से राजनीतिक संबंध अच्छे हैं. ईश्वर सिंह पहली बार 1977 में कांग्रेस से विधायक बने थे. उसके बाद कुमारी सैलजा के समर्थन से राज्यसभा सांसद बने और फिर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में सदस्य बने थे. वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने पर ईश्वर सिंह ने कांग्रेस छोडकर जजपा से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की थी.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार