Opinion Trading Platforms Banned in Haryana: हरियाणा सरकार ने राज्य में हरियाणा सार्वजनिक जुआ रोकथाम विधेयक 2025, के तहत ओपनियिन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्मस पर पूरी तरह रोक लगा दी है. हाल ही में हुए बजट सत्र में सरकार मे इस एक्ट को सदन में पारित किया था. हरियाणा सरकार द्वारा जिन ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर बैन लगा है इसमें एमपील, प्रोबो और स्पोर्ट्सबाजी शामिल है.
सरकार के इस फैसले से सट्टेबाजी और गेमलिंग पर काफी असर देखने को मिल सकता है. साथ ही इस विधेयक में कौशल के खेलों में छूट दी गई है.
जानिए क्या है हरियाणा सार्वजनिक जुआ रोकथाम विधेयक 2025 का उद्देश्य
हरियाणा सरकार में सार्वजनिक जुआ रोकथाम विधेयक 2025 को लाने का उद्देश्य राज्य में जुओं और सट्टेबाजी जैसे अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाना है. इस एक्ट के राज्य में लागू होने से मैच के दौरान होने वाली फिक्सिंग पर भी रोक लगेगी. इस कानून का उल्लंघन करने वालों के लिए सख्त सजा का प्रावधान भी है. यह एक्ट 9 अप्रैल, 2025 से प्रभाव में आया है.
जानें क्या होगी सजा?
हरियाणा सरकार ने इस एक्ट में फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग के मामलों में भी एक सजा का प्रावधान भी रखा है. कानून का उल्लंघन करने वालों को न्यूनतम 3 साल की जेल की सजा होगी, जो 5 साल तक बढ़ सकती है. वहीं आरोपी को 5 लाख का जुर्माना भी देना पड़ेगा. यदि एक ही व्यक्ति इस मामले में बार-बार दोषी पाया जाता है, को उसे 7 साल तक की जेल की सजा हो सकती है.
क्या है ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स
ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स भारत में डिजिटल प्रवृति के तौर पर उभर रहा है. जिसमें यूजर्स वास्तविक घटनाओं पर केवल हां या न की भविष्यवाणी करते हैं. यदि उनके द्वारा की गई भविष्यवाणी सही होती है, तो उन्हें राशि दी जाती है. इस तरह की ऐप्स से भ्रमति होकर लोग इसमे अपने पैसे लगाते हैं.
जानें कौन-कौन से ऐप्स ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स में शामिल है
- स्पोर्ट्सबाजी-
यह ऐप यूजर्स को लाइव चल रहे स्पोर्टस इवेंट पर भविष्यवाणी करने का मौका देता है.
- MPL Opinio
मोबाइल प्रीमियर लीग (MPL) ऐप आसानी से ऑनलाइन गेम्स खेल यूजर्स को रियल कैश जीतने का चांस देता है.
- प्रोबो (Probo)
प्रोबो ऐप पर ट्रेडिंग कर यूजर्सों केवल हां या नहीं का उत्तर देकर या शर्त लगाकर पैसे जीतने का मौका मिलता है लेकिन हां. जवाब देने के लिए पहले यूजर्स को एक निश्चित राशि को दांव पर लगाना पड़ता है.
फिलहाल हरियाणा -छत्तीसगढ़ समेत विदेशों जैसे सिंगापुर, ताइवान और ब्रिटेन में कानून का उल्लंघन और बढ़ते जोखिम को देखते हुए इस पर रोक लगा दी है.
ओपिनियन आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के अंतगर्त आने वाले प्रोबो ऐप पर करीब 2 करोड़ से ज्यादा यूजर्स ह. जो इसमें मौसम से लेकर यूट्यूब वीडियो के एनीलिक्टस तक भविष्यवामी कर पैसा कमाते हैं.
ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्मस का इस्तेमाल करने से परिवारों को किन-किन तरह की दिक्कतो का सामना करना पड़ता है?
ओपिनियन आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्मस का यूज करने से हरियाणा में लोगों को आर्थिक-मानसिक दिक्कतों के साथ-साथ सामजिक समस्याओं को झेलना पड़ता है.
आर्थिक दिक्कतें
ज्यादातर मामलों में यूजर्स इन ऐप्स पर ज्यादा राशि कमाने के लालच में भारी मात्रा में अपने पैसों को लगा देते हैं लेकिन बाद में जब वह सट्टेबाजी या शर्त में हार जाते हैं, तो उन्हें काफी पैसों का नुकसान होता है जिससे उनकी आमदनी पर बुरा असर देना पड़ता है.
कई बार स्थिति ऐसी पैदा हो जाती है कि उपभोक्ताओं को ऐप्स पर पैसा भरने के लिए उधार लेना पड़ता है. जो इन लोगों को इस तरह की ट्रेडिंग ऐप्स से पैसा कमाने की बुरी आदत लग जाती है, वह तो अपना घर तक बेच देते हैं.
मानसिक दिक्कतें
इन ऐप्स का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स राशि के डूब जाने और हार जाने के रिस्क की चिंता कर कई बार डिप्ररेशन में आ जाते हैं. ऐसे में कई बार लोग आत्महत्या करने तक की सोच लेते हैं. ऐसे में कई बार लोगों की नशे की लत तक लग जाती है.
कर्ज में डूबने, पैसों की तंगी की वजह से घर में लड़ाई-झगड़े का माहौल और पारिवारिक स्थिति भी धीरे-धीरे खराब होने लगती है.
सामजिक दिक्कतें
कर्ज लेकर इन ट्रेडिंग ऐप्स पर पैसा कमाने की लालच में डूबे लोगों को समाज हीन दृष्टि से देखते हैं. साथ ही गलत काम जैसे चोरी और धोखाधड़ी के मामलों में फसंने लगते हैं और कई बारे बड़े माफियों के साथ जुड़ने लगते हैं.
हरियाणा में ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए जानें कितने लोगों को हुआ नुकसान
वैसे तो हरियाणा में ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. जिसमें कुछ मामलों के बारे में यहां पर बताया जाएगा.
गुरुग्राम (अप्रैल, 2025)
ऑनलाइन ट्रेडिंग से ज्यादा पैसे कमाने के लालच में आशिमा गर्ग के साथ ठगी का मामला सामने आया है. पीड़िता ने फरवरी, 2025 में सोशल मीडिया पर एक Mirae Assest Sharekhan का एड देखा था. जिसके बाद वह व्हाट्यएप ग्रुप में शामिल हुई. इस ग्रुप में शामिल हुए लोगों को ट्रेडिंग के जरिे मुनाफा कमाने के तरीके के बारे में बताया जाता था.
ठगों ने ब्रोकर अकाउंट ओपने के लिए पीड़िता को एक लिंक शेयर किया. जिसे ओपन कर आशिमा ने ट्रेडिंग करना शुरू कर दिया. आशिमा को भ्रमित करने के लिए ठगों ने ग्रुप फोटोस भेजना शुरू किया. जिसे आशिमा काफी आकर्षित हुई.
आशिमा ने अपने अकाउंट से ब्रोकर अकांउट में पैसे डालने शुरू किए. ठगों ने पीड़िता को यह विश्वास दिलाया कि यह बैंक खाता SEBI से मान्यता प्राप्त है. इस तरह ठगों ने आशिमा से कुल 8.83 लाख रुपये कई सारे इस्टॉलमेंट के जरिए ट्रांसफर करवा लिए.
सोनीपत ( दिसंबर, 2024)
सोनीपत जिले के सुमित कुमार अरोड़ा को टेलीग्राम प्लेटफॉर्म के माध्यम से ट्रेडिंग सीखने का मैसेज आया था. बाद में उनके बैंक खाते से ठगों ने 34.83 लाख की राशि हड़प ली.
सोनीपत (नवंबर, 2024)
हरियाणा के सोनीपत जिले में ऑनलाइन ट्रेडिंग के जरिए 2 लोगों को भ्रमित कर उनसे करीब 15 लाख से अधिक राशि हड़प ली.
पानीपत (नवबंर 2024)
सौरभ विकास नगर, पानीपत स्थित निवासी पिछले साल नवंबर में ट्रेडिंग ऐप के जरिए वह ठगी का शिकार हुआ था. ठगों ने सौरभ से फर्जी ट्रेडिंग कर कुल 23.10 लाख की राशि निकाल दी.
सट्टेबाजी और धोखाधड़ी के मामलों में कुछ लोगों ने गंवाई अपनी जान
पानीपत (2024)
पानीपत में एक यार्न व्यापारी के बेटे अक्षय को सट्टेबाजी की बुरी लत थी. इस दौरान उसे 22 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ. करोड़ो का नुकसान होने के बाद अक्षय ने सुसाइड करने की कोशिश की थी लेकिन उसके परिजनों ने गुमशुदा की शिकायत दर्ज की थी. बाद में अक्षय खुद ही वापस अपने घर लौट आया था.
सोनीपत 2018
हरियाणा के सोनीपत जिले के निवासी प्रदीप कुमार ने सट्टेबाजी में पैसे निवेश करने के लिए अपने दोस्तों से 18 हजार रुपये मांगे थे, लेकिन बाद में पैसों को वापस देने से साफ मना कर दिया. तो ऐसे में उसको दोस्तों ने प्रदीप की हत्या कर दी.
SEBI ने दी चेतावनी
हाल ही में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ने ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को लेकर लोगो को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि इस प्लेटफॉर्म पर शामिल ऐप्स हमारे (SEBI) अंतर्गत नहीं आते है. साथ ही बताया गया है कि इस ऐप्स पर लगाए गए पैसे को न तो कानूनी माना जाता है और न ही सुरक्षित.
अगल निवेशकों को लगता है कि प्रोबो, स्पोर्ट्सबाजी और MPL ओपिनो पर किया गया निवेश या ट्रेड सिक्योर है, तो यह बात पूरी तरह से गलत या अवैध है.
इन राज्यों में ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर लगा प्रतिबंध
हरियाणा ओपिनियन आधारित ट्रेडिंग ऐप्स पर रोक लगाने वाला पहला राज्य नहीं है. इससे पहले छत्तीसगढ़ ने इस नियम का अपने राज्य में लागू कर चुका था.
डिजिटल सट्टेबाजी के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ जुआ निषेध अधिनियम, 2022 कानून लागू किया था. राज्य में तेजी से बढ़ते सट्टेबाजी के मामले को देखते हुए सरकार ने हाई कोर्ट को स्पोर्ट्सबाजी, ट्रेडएक्स और प्रोबो जैसे कई प्लेटफॉर्मस को ब्लॉक करने के लिए सूचित करते हुए नोटिस जारी किया था.
गुरुग्राम पुलिस ने गूगल से की थी मांग
इसके अलावा 3 मई, 2025 को हरियाणा के गुरुग्राम जिले ओपिनियन ट्रेडिंग ऐप्स के खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए गुरुग्राम पुलिस ने गूगल से FHT and SS-Equitrade नामक दो ट्रेडिंग ऐप्स को डिलीट करने का आदेश दिया था. जिसके बाद गूगल ने मांग को स्वीकार करते हुए इन ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया था.
राजस्थान
जयपुर पुलिस ने हाल ही में प्रोबो प्लेटफॉर्म के सभी बैंक अकाउंट्स को फ्रीज करने का आदेश दिया था. बाद में Yes Bank ने उसके (प्रोबो) सभी ट्रांसजेक्शन (डैबिट औक क्रैडिट कार्ड) पर रोक लगा दी थी.
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