हरियाणा में अवैध रुप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों (illegal Bangladeshi) पर सैनी सरकार (Haryana Government) ने सख्त कार्रवाई की है. इसके लिए हरियाणा सरकार द्वारा एक अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत पूरे राज्य से अभी तक 450 से ज्यादा बांग्लादेशी पकड़े गए हैं.
पलवल से गिरफ्तार हुए 59 अवैध बांग्लादेशी नागरिक
पलवल पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने हथीन में स्थित कृष्णा जी और बालाजी ईंट-भट्टों पर काम करने वाले 59 बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया है. यह सभी भारत में अवैध तरीके से घुसे थे. पिछले 20 दिनों से ये लोग ईंट-भट्ठों पर काम कर रहे थे. इनमें 20 पुरुष, 18 महिलाएं और 21 बच्चे शामिल हैं. जांच के समय इन सभी लोगों पास से बांग्लादेश के पासपोर्ट मिले.
फिलहाल इन सभी लोगों के डिटेंशन सेंटर में भेज दिया गया है.
MHA ने घुसपैठियों को लेकर जारी किया आदेश
🚨 BREAKING NEWS
Home Ministry sets 30-day DEADLINE for states/UTs to verify the IDENTITY of suspected ILLEGAL immigrants from Bangladesh & Myanmar and prepare for DEPORTATION. pic.twitter.com/7V6Rw4yrbM
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) May 19, 2025
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र प्रशासित देशों को 30 दिन के अंदर अवैध अप्रवासियों के डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन करने का आदेश दिया है.
सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला
SUPREME COURT 🔥
“India Not A DHARAMSHALA that can Entertain REFUGEES FROM ALL OVER THE WORLD” pic.twitter.com/A4H2y9LcD7
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) May 19, 2025
वहीं हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है. जस्टिस दत्ता ने सुनवाई के दौरान कहा कि फिलहाल अभी हम भारत में 140 करोड़ लोगों के साथ संघर्ष कर रहे हैं. हम हर जगह से आए शरणार्थियों को यहां पर शरण नहीं दे सकते हैं.
रोहतक के कलानौर जिले में 29 बांग्लादेशी हिरासत में
हरियाणा पुलिस के द्वारा राज्य में अवैध रुप से रहने वाले बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ने का अभियान तेजी से चलाया जा रहा है. इस अभियान के चलते रोहतक जिले के कलानौर से 29 बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये सभी लोग बिना किसी वैध डॉक्यूमेंट के यहां पर रह रहे थे. ये सभी ईंट-भट्ठी फैक्ट्री में काम करते थे.
इन सभी बांग्लादेशी नागरिकों को पश्चिम बंगाल के जरिए भात में लाया गया था. हिरासत में लिए बांग्लादेशी नागरिकों में से एक मुशरर्फऔर महाबुल ने बताया कि वह लोग एजेंट के जरिए भारत में दाखिल हुए थे.
बांग्लादेश में मजदूरी कम होने की वजह से वह लोग भारत में आए थे. जल्द वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद इन लोगों को वापस बांग्लादेश भेज दिया जाएगा.
भिवानी जिले में 10 लोग गिरफ्तार
#WATCH | Haryana | Bhiwani police runs a combing/search operation to look for illegal Bangladeshi nationals and Rohingyas living on Dadri road.
SHO Satyanarayana says, “We are checking the Aadhar cards and verifying them online. We have been running this search operation since 5… pic.twitter.com/dut7OGOXOq
— ANI (@ANI) May 20, 2025
भिवानी पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या के खिलाफ सख्त एक्शन उठाया. जिसमें जांच के दोरान 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें 6 पुरुष, 4 महिलाएं भी शामिल हैं. इन गिरफ्तार लोगों के बांग्लादेशी होने की संभवाना जताई जा रही है. फिलहाल इन लोगों के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया चल रही है.
झज्जर जिले से पकड़े गए 174 बांग्लादेशी
- झज्जर पुलिस अभी तक 174 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ चुकी है. फिलहाल पुलिस इन परिवारों के सत्यापन में जुट गई है.
- पुलिस ने झज्जर जिले में झुग्गी झोपड़ियों, ईंट-भट्ठों से इन विदेशी परिवारों को पकड़ा है. वेरिफिकेशन के द्वारा पता चला कि ये लोग बिना वैध डॉक्यूमेंट्स के भारत में रह रहे थे. हांलांकि अभी यह पूरी तरह से पता नहीं चल पाया है कि इन लोगों में भारत में एंट्री कैसे ली?
- फिलहाल पुलिस के द्वारा अभियान अभी भी जारी है. जल्द ही इन्ही नागरिकों की डिपोर्ट करने की कार्रवाई
नूंह में पाए गए 125 अवैध बांग्लादेशी
- हरियाणा पुलिस द्वारा गुप्त तरीके से 16 मई से अलग-अलग जिलों में छापेमारी की जा रही है, जिसके द्वारा अवैध तरीके से बांग्लादेशियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. दो दिन की गई कार्रवाई में 125 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है.
- पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ये लोग 4 दिन पहले ही रेवाड़ी और सोनीपत जिले से काम करने के लिए यहां पर आए थे. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल है.
- यह सभी लोग गांव टाइन और बजडाका के बिहारी में ईंट-भट्ठे पर काम करते हुए पकड़े गए थे. फिलहाल इन सभी अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है.
- पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार नूंह जिले में अपराधों पर रोक लगाने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने ईंट-भट्ठों के मालिक और अन्य कारोबारियों से अपील की है कि वह अपने फैक्ट्रियों में मौजूद सभी कर्मचारियों का वेरिफिकेशन कराएं.
- ईंट-भट्ठा के अकांउटेंट संजय ने बताया कि लगभग एक हफ्ते पहले यह बांग्लादेशी नागरिक मजदूरी करने के लिए यहां आए थे. उस दौरान हमें बताया गया था कि यह लोग बंगाली है लेकिन जब पुलिस भट्ठे पर जांच करने के लिए आई, तब सच्चाई का हमें पता चला.
जानकारी में पता चला कि ईंट-भट्ठे के मालिक ने इन बांग्लादेशी मजदूरों के रहने के लिए झुग्गियां की बनाई थी. अकांउटेंट संजय ने बड़ा दावा किया है कि ये बांग्लादेशी मेवत समते हरियाणा के कई शहरों में स्थित ईंट-भट्ठों पर काम करते हैं.
हांसी में 66 बांग्लादेशी गिरफ्तार
- हरियाणा में अवैध रुप से रहने वाले बांग्लादेशियों को पकड़ने के लिए हांसी पुलिस ने एक्शन लिया. जिसके तहत 26 बांग्लादेशी लोगों को गिरफ्तार किया गया. यह सभी बांग्लादेशी हांसी-तोमाश रोड पर स्थित एक ईंट-भट्ठी में काम करते हुए पकड़े गए. जिसमें 8 पुरुष, 5 महिलाएं और 13 बच्चे शामिल हैं.
- यह सभी बांग्लादेशी नागरिक 5 दिन पहले ही ढाणी शंकरी रोड के पास स्थित कोहिनूर ईंट भट्टे पर आए थे.इससे पहले 12 मई को हुई कार्रवाई के दौरान इस ईंट-भट्ठी पर काम करते हुए 39 बांग्लादेशी नागारिकों को गिरफ्तार किया गया था.
- फिलहाल हांसी पुलिस इस मामले की जानकारी में जुटी हुई है कि इन लोगों ने किस तरह से भारत में प्रवेश किया. साथ ही अब हरियाणा सरकार ईंट-भट्ठों के मालिकों के खिलाफ ही सख्त एक्शन लेने का सोच रही है.
इन-इन रास्तों और तरीकों से घुसपैठिए भारत में लेते हैं एंट्री
- रेल मार्ग के माध्यम से यात्रा: अवैध प्रवासी अधिकतर ट्रेन से यात्रा करते हैं, खासतौर पर पश्चिम बंगाल के कुमरघाट और त्रिपुरा के धर्मनगर रेलवे स्टेशनों से. वे सामान्य कोचों में यात्रा करते हैं और टिकट ऑनलाइन बुक कराते हैं, जिससे उनकी पहचान छिपी रहती है. अगस्त 2023 में, असम पुलिस ने ऐसे तस्करों को गिरफ्तार किया था, जो इन प्रवासियों को दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद, और बेंगलुरु जैसे शहरों में भेजने में मदद कर रहे थे.
- स्मगलिंग और मानव तस्करी: अवैध प्रवासी अक्सर बांग्लादेशी और भारतीय तस्करों की मदद से भारत में प्रवेश करते हैं. ये तस्कर नकली आईडी जैसे आधार और पैन कार्ड तैयार करते हैं और उन्हें भारतीय नागरिक के रूप में प्रस्तुत करते हैं. अगस्त 2023 में, असम पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया था, जो रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को भारत में प्रवेश कराने में शामिल थे.
- सीमावर्ती क्षेत्रों से घुसपैठ: बांग्लादेश और म्यांमार के साथ भारत की लंबी सीमा होने के कारण, अवैध प्रवासी इन सीमाओं का उपयोग करके भारत में प्रवेश करते हैं. वे अक्सर जंगलों और अन्य दुर्गम क्षेत्रों का उपयोग करते हैं, जिन्हें “डंकी रूट्स” कहा जाता है. जनवरी 2025 में, दिल्ली पुलिस ने ऐसे 12 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें पांच बांग्लादेशी नागरिक शामिल थे.
- फर्जी दस्तावेजों का उपयोग: अवैध प्रवासी अक्सर फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करते हैं, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, और बांग्लादेशी पहचान पत्र, ताकि वे भारतीय नागरिक के रूप में प्रस्तुत हो सकें इससे उनकी पहचान छिपी रहती है और वे आसानी से विभिन्न स्थानों पर स्थानांतरित हो सकते हैं.
दिल्ली में 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार
जनवरी 2025 में द्वारका क्षेत्र में पुलिस ने 5 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, इनके पास फर्जी दस्तावेज थे. वहीं मार्च 2025 में दिल्ली पुलिस ने दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में एक सप्ताह तक चलाए गए अभियान में 24 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया. इनमें दो नाबालिग भी शामिल थे.
अप्रैल-मई में दिल्ली पुलिस ने एक मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 12 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें 6 बांग्लादेशी नागरिक और 5 भारतीय एजेंट शामिल थे.
इन कार्रवाइयों के तहत, दिल्ली पुलिस ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें दस्तावेज़ सत्यापन, घर-घर जांच, और अवैध रूप से रह रहे नागरिकों की गिरफ्तारी शामिल है.
उत्तराखंड में 5 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तारी:
उत्तराखंड के देहरादून जिले के क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में पुलिस ने 5 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जो बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रह रहे थे. ये सभी लोग बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के पतन के बाद धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए भारत रहने आए थे.
छत्तीसगढ़ में 2 बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी:
छत्तीसगढ़ के भिलाई में पुलिस ने एक बांग्लादेशी महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया, जो भारत में अवैध रूप से रह रहे थे. यह भारतीय पहचान पत्रों की नकल करके उनका उपयोग कर रहे थे.
महाराष्ट्र में 76 बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी:
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में पुलिस ने दो महीने के भीतर 76 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जो बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे थे. पुलिस ने 37 मामलों में कार्रवाई की और अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं.
गुजरात में 550 बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी:
अप्रैल 2025 में गुजरात पुलिस ने अहमदाबाद और सूरत में संयुक्त अभियान चलाकर 550 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया. ये लोग अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर रहे थे.
जयपुर में 500 अवैध नागरिकों की गिरफ्तारी:
जनवरी 2025 में जयपुर पुलिस ने 500 लोगों को हिरासत में लिया, जिनमें से 394 रोहिंग्या शरणार्थी थे., जबकि 106 बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल थे.
ओडिशा में 10 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार:
फरवरी 2025 में भुवनेश्वर में STF ने 10 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया, जो बिना यात्रा दस्तावेजों के भारत में प्रवेश कर चुके थे.
बेंगलुरु: मई 2025 में बेंगलुरु में एक मकान मालिक को गिरफ्तार किया गया, जिसने अवैध रूप से बांग्लादेशी और रोहिंग्या परिवारों को किराए पर दिया था.
उत्तर प्रदेश में 90 बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार:
मुथरा में 90 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें 22 बच्चे शामिल है. मई 2025 में उत्तर प्रदेश सरकार ने अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ अभियान तेज किया. वाराणसी पुलिस ने 300 संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की और उनकी नागरिकता सत्यापन के लिए कार्रवाई शुरू की. यह अभियान रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर चलाया गया.
भारत में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठिए विभिन्न तरीकों से प्रवेश करते हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती प्रस्तुत करते हैं. ये घुसपैठिए मुख्यतः बांग्लादेश और म्यांमार से होते हुए भारत में प्रवेश करते हैं, और उनकी गतिविधियाँ सीमावर्ती राज्यों, विशेषकर पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, और जम्मू-कश्मीर में ज्यादा देखी जाती हैं.
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