India-Pakistan Tension: 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की जनता में आक्रोश में थी जिसके 15 दिनों बाद यानि 6-7 मई की रात को भारत ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया. लगातार 3 तीन भारत-पाकिस्तान के बीच हुए हमले के बाद 10 मई को दोनों देशों ने सीजफायर मतलब संघर्ष विराम का ऐलान किया था. इस बात की घोषणा विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने की थी. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले भारत-पाक के बीच सीजफायर होने का दावा किया था.
संघर्ष विराम के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान की ओर से इसका उल्लंघन किया गया. जिसके बाद एक बार फिर से भारत ने अपना एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिव कर दिया था. डिफेंस एक्सपर्ट्स के अनुसार साल 1971 के बाद यह पाकिस्तान पर की गई भारत की सबसे बड़ी कार्रवाई है.
ऑपरेशन सिंदूर – आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई
पहलगाम की बेरसन घाटी में हुए आतंकी हमले में 25 निर्दोष भारतीयों और 1 नेपाली नागरिक ने अपनी जान गवाई थी. आतंकी ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर उन पर गोली चलाई थी. इस हमले में कई महिलाओं के सिंदूर उजड़ गए थे. महिलाओं ने जब आतंकियों से गोली न मारने की अपील की, तो उन्होंने कहा था कि जाओ मोदी को बता देना. जिसके बाद 6-7 मई की रात भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर ल़ॉन्च किया गया.
ऑपरेशन सिंदूर का मतलब (Strategic Initiative for Neutralizing Destructive Opponents with Overwhelming Retaliation) है. इस ऑपरेशन के तहत भारत ने रात के 1 बजकर 5 मिनट से डेढ़ बजे तक लगातार एयर स्ट्राइक किया. इसमें आतंकियों के 21 ठिकानों को चिह्नित किया गया था, जिसमें से 9 को टारगेट करते हुए तबाह कर दिया गया.
इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकानों को निशाना बनाया गया था. वहीं मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग और हाफिज सईद के कई गुर्गों को ढेर किया गया.
पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर जमकर कार्रवाई
ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया. इसमें मुजफ्फराबाद, कोटली, बहावलपुर, रावलकोट, चकस्वारी, भीमबेर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल शामिल थे. खुफिया एजेंसियों ने मिसाइल हमलों के लिए कुल 21 आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया था. इसे पुख्ता करने के लिए भारतीय खुफिया ने सैटेलाइट से मिली तस्वीरों और मानव सोर्स का प्रयोग किया. साथ ही आतंकियों के फोन और इंटरनेट को इंटरसेप्ट किया गया था. ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेस करके इस पूरे हमले की विस्तृत जानकारी दी थी.
9 आतंकी ठिकानों को किया तबाह
- बहावलपुर- 100 किलोमीटर अंदर
- मुरीदके- 30 किलोमीटर अंदर
- गुलपुर- 35 किलोमीटर अंदर
- सवाई कैंप- 30 किलोमीटर अंदर
- बिलाल कैंप- दूरी निर्दिष्ट नहीं है
- कोटली कैंप- 15 किलोमीटर अंदर
- बरनाला कैंप- 10 किलोमीटर अंदर
- सरजल कैंप- 8 किलोमीटर अंदर
- महमूना कैंप- 15 किलोमीटर अंदर
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पहले के ऑपरेशनों से कैसे अलग है ऑपरेशन सिंदूर ?
- भारत ने पाकिस्तान की नापाक हरकतों पर कार्रवाई करते हुए समय-समय पर कई ऑपरेशन चलाए हैं. भारतीय सेनाओं ने साल 2016 में उरी सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी.
- साल 2019 में पुलवामा हमले के विरोध में भारतीय सेना की तरफ से बालाकोट एयर स्ट्राइक की गई थी.
वहीं अब ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया है यह कई मायनों में अलग और खास है.
बता दें कि उरी सर्जिकल स्ट्राइक केवल पाकिस्तान के अवैध कब्जे तक ही सिमटी हुई थी और साल 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक में बालाकोट को ही निशाना बनाया गया था. यह आतंक के खिलाफ भारत का एक रणनीति के साथ किया हुआ अटैक था. साथ ही दोनों ही एयर स्ट्राइक थीं, जिसमें भारतीय सेना ने मिग 21 फाइटर जैट की मदद ली थी.
वहीं उरी सर्जिकल स्ट्राइक के लिए 9 पैरा स्पेशल फोर्स और 4 पैरा स्पेशल फोर्स के 25 कमांडो की मदद लेकर इसे अंजाम दिया गया था. LoC पर बैकअप के लिए 125 कमांडो तैनात थे साथ ही पैरा कमांडो की टीमों को बाटकर इसे अंजाम दिया गया. वहीं ऑपरेशन सिंदूर में पूरी सेना ने साझा तौर पर एक टीम बनाकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.
खुलकर पाकिस्तान ने कुबूली हमले की बात
उरी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट में जाकर एयर स्ट्राइक करने की बात को पाकिस्तान ने कभी स्वीकार नहीं किया. इसे नकारते हुए पाक की तरफ से कहा गया था कि ऐसा कुछ यहां नहीं हुआ है. जबकि इस बार ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान खुद सामने आकर हमले की बात कबूल रहा है साथ ही इसकी तबाही की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. खुद पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने भी तबाही की बात स्वीकार की है.
पूरी प्लानिंग और प्लॉटिंग के साथ दिया गया अंजाम
ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के लिए भारतीय सेना ने पहले ही प्लानिंग और प्लॉटिंग के तहत कार्रवाई की गई. यह नपी तुली कार्रवाई बदलते भारत की नई तस्वीर पेश करती है, जो अपने दुश्मनों के हमलों का मुंहतोड़ जवाब देना जानता है. साथ ही झुकने वाला नहीं हैं.
सेना ने ऐसे ऑपरेशन को दिया अंजाम
उरी सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक में भारतीय सेना ने अंदर घुसकर दुश्मन की नींदे उड़ाकर ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दिया था. वहीं इस बार ऑपरेशन सिंदूर में सीमा के उस पार जाए बिना ही आतंक का सफाया किया. भारत की तरफ से कई मिसाइल और ड्रोन छोड़े गए जिसे पाक डिफेंस सिस्टम डिटेक्ट तक नहीं कर पाया.
किसमें कितने दिन लगे
- बता दें कि साल 2016 में भारत ने 10 दिनों तक उरी सर्जिकल स्ट्राइक चलाया था.
- उरी सर्जिकल स्ट्राइक को करने के लिए भारत ने 10 दिनों का समय लिया था. वहीं बालाकोट एयरस्ट्राइक को करने में 12 दिनों समय लगा था, लेकिन इस बार पहलगाम के लिए भारत ने कुल 15 दिनों का समय लिया.
- ऑपरेशन सिंदूर में इस बार भारतीय सुरक्षा बलों ने उन्नत किस्म के हथियारों का प्रयोग किया. भारतीय वायु सेना ने अत्यधिक सटीकता से SCALP क्रूज़ मिसाइल, हैमर प्रिसिजन-गाइडेड बम और लोइटरिंग म्यूनिशन जैसे हथियारों से तबाही मचाई है.
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