India Weapons: भारत-पाकिस्तान के बीच तवान बढ़ाता ही जा रहा है. 8-9 मई को भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमलों को पूरी तरह से नाकाम कर दिया. 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुओ आतंकी हमले का भारतीय सेना ने 7 मई को मुहंतोड़ जवाब दिया.
भारत-पाकिस्तान के बीच हो रहे हमले में भारतीय रक्षा प्रणालियों जैसे S-400 सुदर्शन चक्र, एकीकृत काउंटर-UAS (अनमैन्ड एरियल सिस्टम) ग्रिड, बराक-8, आकाश और DRDO की एंट्री ड्रोन तकनीकों ने अहम भूमिका निभाई है. तो आइए जानें इन बाहुबली हथियारों की खासियत, जिसने पाकिस्तान में मचाई तबाही.
S-400 सुदर्शन चक्र

भारत का S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के होश उड़ा दिए. यह डिफेंस सिस्टम रूस द्वारा निर्मित किया गया है. इसे भारत में सुदर्शन चक्र भी कहा जाता है. भारत ने साल 2018 में 4.53 बिलियन डॉलर के डील में स्कवाड्रन खरीदे थे. यह पूरी दुनिया की सबसे लंबी दूरी की सतह-से-हवा मिसाइल में से एक है.
विशेषताएं
- रेंज– यह प्रणाली 400 किमी इंटरसेप्शन, 600 किमी (ट्रैकिंग ) में काम करती है.
- मिसाइलें– 40NGE (400 किमी), 48N6DM (250 किमी), 9M96E2, 9M96E (40किमी)
- क्षमता– 300 लक्ष्यों को ट्रैक करने और उनमें से 36 को ध्वस्त करने की क्षमता रखता है.
- योगदान– 7-8 मई, 2025 की रात को पठानकोठ और राजस्थान में हुए हमले के दौरान S-400 ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को बुरी तरह नष्ट कर दिया था. इस डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की HQ-9 प्रणाली के प्रभाव को पूरा खत्म कर दिया है.
आकाश सतह-से -हवा मिसाइल

आकाश एक स्वेदशी मध्यम दूरी की सतह-से-हवा मिसाइल सिस्टम है, जो भारत की निचले स्तर की रक्षा का आधार है. इस वायु रक्षा प्रणाली को DRDO ने विकसित किया है. जिसका उद्देश्य सेनाओं की हवाई खतरों से रक्षा करना है.
विशेषताएं
- रेंज– 4.5-25 किमी, 45-70 किमी (आकाश-NG)
- लक्ष्य– फाइटर जेट्स, ड्रोन, क्रूज, मिसाइलें. यह रक्षा प्रणाली 100 मीटर से 20 किलोमीटर तक के लक्ष्य पर निशाना साध सकती है.
- क्षमता– इलेक्ट्रॉनिक काउंटर- काउंटरमेजर्स (ECCM)
- तैनाती– मोबाइल प्लेटफॉर्म, जैसे ट्रक और टैंक
- योगदान– आकाश ने 7 मई को पाकिस्तान के एक JF-17 जेट और 8 मई को ड्रोन स्वार्म्स को बुरी तरह नष्ट किया था. इस डिफेंस प्रणाली का निर्यात आमेर्निया को किया गया है.
एकीकृत काउंटर-UAS (अनमैन्ड एरियल सिस्टम)

एकीकृत काउंटर-UAS (अनमैन्ड एरियल सिस्टम) एक ऐसा एयर डिफेंस सिस्टम है, जो ड्रोन द्वारा उत्पन्न खतरों, मिसाइलों का पता लगाने और उन्हें ट्रैक कर निष्प्रभावी करने के लिए इसे डिजाइन किया गया था.
यह सिस्टम एक उन्नत रक्षा नेटवर्क है. यह करीब 1,800 किमी के हवाई क्षेत्र में एक्टिव रहता है.
- तकनीक– रेडियो प्रीक्वेंसी सेंसर, ध्वनिक डिटेक्टर, रडार.
- क्षमता– यह डिफेंस प्रणाली कई खतरों को ट्रैक करने और उन्हें नष्ट करने में सक्षम रहती है.
- योगदान– 8 मई को हुए हमले में इस ग्रिड ने पठानकोट, जम्मू, श्रीनगर, भुज समेत सैना के अन्य 15 ठिकानों को निशाना बनाना वाले पाकिस्तानी मिसाइलों औऱ ड्रोन को खात्मा किया था.
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