Wednesday, June 18, 2025
No Result
View All Result
Haryana News

Latest News

हरियाणा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा ये स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

‘द्वि-राष्ट्रीय थ्योरी देश के लिए खतरा’, RSS प्रमुख ने अपने उद्धोधन में कही बड़ी बात

धर्मांतरण को रोकने के लिए संघ-प्रशासन को एक साथ काम करने की आवश्यकता: RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम में बोले अरविंद नेताम

कार्यकर्ता विकास वर्ग – द्वितीय, समापन समारोह

फेंक जहां तक भाला जाए: पहले आर्मी फिर जवेलिन का जादू, जानें गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा की सफलता की कहानी

  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Business
    • Legal
    • History
    • Viral Videos
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
Haryana News
  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Business
    • Legal
    • History
    • Viral Videos
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
No Result
View All Result
Haryana News
No Result
View All Result

Latest News

हरियाणा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा ये स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

‘द्वि-राष्ट्रीय थ्योरी देश के लिए खतरा’, RSS प्रमुख ने अपने उद्धोधन में कही बड़ी बात

धर्मांतरण को रोकने के लिए संघ-प्रशासन को एक साथ काम करने की आवश्यकता: RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम में बोले अरविंद नेताम

कार्यकर्ता विकास वर्ग – द्वितीय, समापन समारोह

फेंक जहां तक भाला जाए: पहले आर्मी फिर जवेलिन का जादू, जानें गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा की सफलता की कहानी

  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
  • लाइफस्टाइल
Home Latest News

क्यों चर्चा में है भाखड़ा-नांगल बांध? जो हरियाणा-पंजाब में बना पानी की लड़ाई का कारण

हरियाणा-पंजाब में पानी को लेकर विवाद तेजी से बढ़ रहा है. भाखड़ा बांध के माध्यम से हरियाणा को दिए जाने वाले पानी को पंजाब की भगवंत मान सरकार ने कम कर दिया है.

Akansha Tiwari by Akansha Tiwari
May 2, 2025, 04:27 pm GMT+0530
क्या है भाखड़ा-नांगल डैम? जिसके पानी को लेकर हरियाणा-पंजाब के बीच जारी है विवाद

भाखड़ा और नांगल दो अलग-अलग बांध हैं.

FacebookTwitterWhatsAppTelegram

Bhakra-Nangal Dam: हरियाणा-पंजाब में पानी को लेकर विवाद तेजी से बढ़ रहा है. भाखड़ा बांध के माध्यम से हरियाणा को दिए जाने वाले पानी को पंजाब की भगवंत मान सरकार ने कम कर दिया है. इस बात की जानकारी खुद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने 29 अप्रैल, 2025 को एक वीडियो के जरिए दी थी.

जिसके बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भगवंत मान पर गलत तरह की राजनीति करने का आरोप लगाया.

बता दें, पहले हरियाणा को 9 हजार क्यूसेक पानी दिया जाता था, जिसमें 5 हजार क्यूसेक पानी की कटौती कर दी गई है. मान सरकार के इस फैसले के बाद हरियाणा के कई जिलों में लोगों को पानी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है.

 

भगवंत मान जी, जल वितरण के इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास न करें।

यह SYL नहर के पानी के बारे में नहीं है – यह पीने के पानी के बारे में है। pic.twitter.com/KRmtgUqLcI

— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) April 30, 2025

बढ़ते विवाद के बीच BBMB ने धारा 7 के तहत इस मामले को केंद्र सरकार के पास भेजने के लिए एक पत्र लिखा. इसके बाद हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाते हुए एक बयान दिया. जिसमें उन्होंने कहा कि पंजाब की मान सरकार राज्य धर्म निभा रही. जिसके बाद मामला और भी गरमाने लगा.

बाद में सीएम मान ने हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी को पत्र लिखते हुए उनके ऊपर राजनीति करने का आरोप लगाया. बढ़ते मामले को देखते हुए BBMB की एक मीटिंग हुई. जिसमें दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान सरकार के प्रतिनिधित्व शामिल हुए. लेकिन इस मीटिंग मे कोई हल नहीं निकला.

जानिए क्या है दोनों राज्यों ने एक-दूसरे पर क्या लगाए आरोप

हरियाणा का आरोप:

  • हरियाणा सरकार का कहना है कि पंजाब सरकार नियम के अनुसार पानी नहीं दे रहा है. मान सरकार ने BBMB के नियमों का उल्लंघन किया.
  • सीएम सैनी का कहना है कि हरियाणा को केवल 4000 क्यूबेक पानी दिया जा रहा है. जो उनकी जरुरत का केवल 44 प्रतिशत है.

पंजाब का आरोप:

  • पंजाब सरकार का कहना है कि उनके राज्य में पहले से पानी की समस्या है. भूजल का स्तर 300 फीट से नीचे पहुंच चुका है.
  • सीएम भगवंत मान का कहना है कि हरियाणा पहले ही अपने हिस्से से ज्यादा (103%) पानी यूज कर चुका है. अब हरियाणा को एक्स्ट्रा पानी नहीं दिया जाएगा.
  • पंजाब सरकार ने हरियाणा पर आरोप लगाया है कि हरियाणा, राजस्थान को मिलने वाले पानी की भी यूज खुद कर रहा है.

दो समय पर होता है पानी का बंटवारा

पहला है डैम वॉटर फिलिंग पीरियड: इस समय पर बांध को भरा जाता है. यह कार्य (21 मई से 20 सितंबर) तक होता है. साथ ही पानी की सप्लाई लिमिटेड होती है.

दूसरा है डैम वॉटर डिप्लीशन पीरियड: इस समय (21 सिंतबर से 20 मई) सभी राज्यों को नियमानुसार उनके हिस्से का पानी दिया जाता है.

पंजाब सरकार ने भाखड़ा डैम से जो पानी रोका है, आखिर ये बांध किस नदी पर है? किन-किन राज्यों में इस बांध के तहत पानी पहुंचाया जाता है? कब इस बांध का निर्माण हुआ था? इस बांध को बनाने का आखिर क्या उद्देश्य था? इन सभी प्रश्नों के जवाब आपको यहां पर आसानी से मिल जाएंगे.

भाखड़ा-नांगल दो अलग-अलग बांध

Bhakra-Nangal Dam
Bhakra-Nangal Dam

दरअसल, भाखड़ा और नांगल दो अलग-अलग बांध हैं. ये दोनों बांध एक ही प्रोजेक्ट के तहत बनाए गए थे. जहां भाखड़ा बांध हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले और नांगल बांध पंजाब में स्थित है. यह बांध बिलासपुर जिले में स्थित सतलुज नदी पर बना हुआ है. भाखड़ा और नांगल बांध में करीब 10 किलोमीटर की दूरी है.

पंचवर्षीय योजना में कृषि क्षेत्र को दिया बड़ा उपहार

Bhakra-Nangal Dam
Bhakra-Nangal Dam

1 अप्रैल, 1951 में भारत में पंचवर्षीय योजना की शुरूआत की गई थी. पहली पंचवर्षीय योजना में कृषि क्षेत्र को महत्व दिया गया था. सरकार ने कृषि क्षेत्र को योजन के तहत कुल 2378 करोड़ रुपए दिए थे. इस बजट का करीब 27.2 प्रतिशत खर्चा सिंचाई और ऊर्जा पर होना था.

सरकार ने कृषि क्षेत्र में सिंचाई की व्यव्स्था को बेहतर करना, मानसून पर निर्भरता को कम करने के लिए बांध बनाना बेहद जरुरी समझा. ऐसा करने से कृषि उत्पादकता पर काफी अच्छा असर होगा. कृषि के अलावा उद्योगों को भी इस बांध से लाभ मिलता, क्योंकि इससे बिजली भी आसानी से बनती.

तत्कालीन भारत सरकार ने एक डैम बनाने की योजना बनाई, जिससे लंबे समय से अंग्रेज बनाना चाहते थे. यह बांध पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बीच बनाया गया था, जिसका उद्देश्य बरसात के दिनों में आने वाले पानी का सरंक्षण किया जा सकें. इस परियोजना का नाम भाखड़ा-नांगल डैम (Bhakra-Nangal Dam) रखा गया था.

बता दें, आजादी से पहले जनरल लुई डेन ने इस बांध बनाने का प्लान किया था. साल 1908 में उन्होंने इस सुझाव को ब्रिटिश हुकुमत के सामने पेश किया, लेकिन पैसों की कमी होने की वजह से यह डैम नही बन पाया था.

जानिए भाखड़ा-नांगल डैम का इतिहास

Bhakra-Nangal Dam
Bhakra-Nangal Dam

इस बांध को बनाने के लिए सन् 1944 (आजादी से पहले) में पंजाब के तत्कालीन राजस्व मंत्री छोटू राम ने हिमाचल के बिलासपुर के राजा के साथ एक समझौता साइन किया था. फिर 8 जनवरी,1945 को इस परियोजना को फाइनल रुप दे दिया गया था.

साल 1946 में इस परियोजना का काम शुरू हुआ ही था कि भारत देश अंग्रेजों के गुलामी से आजाद हो गया था और अंग्रेज भारत छोड़कर वापस चले गए थे.

बांध को बनाने के लिए कई बार प्रस्ताव रखा गया, लेकिन हर बार प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया. आखिरकार साल 1948 में बांध परियोजना की रिपोर्ट पास हो गई. बता दें, रिपोर्ट में नांगल, भाखड़ा डैम और नहरों को बनाने का प्रस्ताव रखा गया था.

इसके बाद आखिरकार साल 1951 में इस प्रोजेक्ट का काम शुरू हुआ. इस बांध को बनाने के लिए अमेरिका से इंजीनियरों को टीम को बुलाया गया. साल 1954 में पंडित नेहरू जी ने इस परियोजना का उद्धाटन किया था.

22 अक्टूबर, 1963 को यह डैम पूरा बनकर तैयार हो गया था. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरु ने यह बांध देश की जनता को समर्पित कर दिया था. इस बांध को बनने में पूरा 12 साल का समय लगा था.

इन राज्यों को मिलेगा पानी

Bhakra-Nangal Dam
Bhakra-Nangal Dam

भाखड़ा-नांगल बांध से पानी प्रमुख पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान को मिलता है. इसके अलावा दिल्ली में भी इस डैम का पानी प्राप्त किया जाता है.

इस बांध को बनाने के मुख्य उद्देश्य किसानों को सिंचाई करने के लिए पानी देना, बिजली उत्पादन और बाढ़ की स्थिति को कंट्रोल करना.

यह बांध पूरे भारत की सबसे बड़ी बहुउद्देश्यीय नदी घाटी परियोजना है. इस डैम को बनाने में कुल 236 करोड़ रुपये की लागत आई थी. जवाहर लाल नेहरु, कुंवर सेन गुप्ता, राय बहादुर और हार्वे स्लोकम के नेतृत्व में इस बांध का निर्माण किया गया था.

Bhakra-Nangal Dam
Bhakra-Nangal Dam

इस बांध को बनाने के लिए जरुरी सामानों को ढोने के लिए रोपल से नांगल तक रेलवे लाइन बिछाई गई. जो करीब 60 किलोमीटर लंबी थी. साथ ही इस दौरान एक अस्पताल भी बनाया गया था.

जानिए किस राज्य के हिस्से में कितने प्रतिशत पानी?

भाखड़ा-नांगल बांध की कुल लंबाई 649 किलोमीटर है. जिसमें से 169 किलोमीटर पंजाब, हरियाणा के हिस्से में 14 किमी तथा बचा हुआ हिस्सा राजस्थान के पास है. समझौते के अनुसार हरियाणा के हर साल 4.4 मिलियन एकड़ फुट पानी मिलना चाहिए.

बांध बनने से हुए ये लाभ

भाखड़ा-नांगल बांध बनने से किसानों को  सिंचाई के लिए आसानी से पानी मिलता है. साथ ही, बिजली उत्पादकता में काफी फायदा होता है. बता दें, यह बांध भूकंपीय क्षेत्र मे बना हुआ है, जो पूरे विश्व का सबसे ऊंचा गुरुत्वीय बांध है.

पंजाब के पानी रोकने से क्या होगा असर?

पानी की समस्या: हरियाणा के कई जिलों में पानी की गंभीर समस्या देखने को मिल रही है. जिसमें जींद, हिसार, कैथल, सिरसा,फतेहबाद और भिवानी जिला शामिल है.

सिंचाई पर होगा असर: हरियाणा में पानी की कमी होने से कपास की खेती करने से सिरसा और भिवानी में किसानों की दिक्कत का सामना करना पड़ा रहा है.

दिल्ली में हो सकती है पानी की कमी: हरियाणा में पानी की कटौती करने से दिल्ली की जनता को भी पानी की समस्या से जूझना पड़ सकता है.

ये भी पढ़ें: पानी पर छिड़ी जुबानी जंग, गंदी राजनीति न करें भगवंत मान: बोले CM सैनी

Tags: Bhakra-Nangal DamBhakra-Nangal Dam HistoryharyanaPunjabTop News
ShareTweetSendShare

RelatedNews

हरियाणा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा ये स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट
Latest News

हरियाणा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा ये स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

द्वि-राष्ट्रीय थ्योरी देश के लिए खतरा, RSS प्रमुख ने अपने उद्धोधन में कहीं बड़ी बात
Latest News

‘द्वि-राष्ट्रीय थ्योरी देश के लिए खतरा’, RSS प्रमुख ने अपने उद्धोधन में कही बड़ी बात

'धर्मांतरण को रोकने के लिए संघ -प्रशासन को एक साथ काम करने की आवश्यकता': RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम में बोले अरविंद नेताम
Latest News

धर्मांतरण को रोकने के लिए संघ-प्रशासन को एक साथ काम करने की आवश्यकता: RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम में बोले अरविंद नेताम

RSS Chief Dr. Mohan Bhagwat
Latest News

कार्यकर्ता विकास वर्ग – द्वितीय, समापन समारोह

फेंक जहां तक भाला जाए: पहले आर्मी फिर जवेलिन का जादू, जानें गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा की सफलता की कहानी
Latest News

फेंक जहां तक भाला जाए: पहले आर्मी फिर जवेलिन का जादू, जानें गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा की सफलता की कहानी

Latest News

हरियाणा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा ये स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

हरियाणा के विकास में मील का पत्थर साबित होगा ये स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट

द्वि-राष्ट्रीय थ्योरी देश के लिए खतरा, RSS प्रमुख ने अपने उद्धोधन में कहीं बड़ी बात

‘द्वि-राष्ट्रीय थ्योरी देश के लिए खतरा’, RSS प्रमुख ने अपने उद्धोधन में कही बड़ी बात

'धर्मांतरण को रोकने के लिए संघ -प्रशासन को एक साथ काम करने की आवश्यकता': RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम में बोले अरविंद नेताम

धर्मांतरण को रोकने के लिए संघ-प्रशासन को एक साथ काम करने की आवश्यकता: RSS ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-2’ कार्यक्रम में बोले अरविंद नेताम

RSS Chief Dr. Mohan Bhagwat

कार्यकर्ता विकास वर्ग – द्वितीय, समापन समारोह

फेंक जहां तक भाला जाए: पहले आर्मी फिर जवेलिन का जादू, जानें गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा की सफलता की कहानी

फेंक जहां तक भाला जाए: पहले आर्मी फिर जवेलिन का जादू, जानें गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा की सफलता की कहानी

जानिए क्या है HAIDP? AI से किस तरह बदलेगा हरियाणा का भविष्य

जानिए क्या है HAIDP? AI से किस तरह बदलेगा हरियाणा का भविष्य

हरियाणा में फैला 'डंकी रूट' का नेटवर्क, लाखों देकर भी रहता है जान का खतरा

हरियाणा में फैला ‘डंकी रूट’ का नेटवर्क, लाखों देकर भी रहता है जान का खतरा

ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर सरकार ने कसा शिकंजा, हरियाणा सहित इन राज्यों पर लगा प्रतिबंध

ओपिनियन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स पर सरकार ने कसा शिकंजा, हरियाणा सहित इन राज्यों पर लगा प्रतिबंध

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा कैसी बनी पाकिस्तानी जासूस? जानें अब तक की पूरी कहानी

Haryana: यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा कैसी बनी पाकिस्तानी जासूस? जानें अब तक की पूरी कहानी

हरियाणा में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर शिकंजा, जानिए कहां-कहां हुई कार्रवाई?

हरियाणा में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर शिकंजा, जानिए कहां-कहां हुई कार्रवाई?

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Sitemap

Copyright © Haryana-News, 2024 - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
  • About & Policies
    • About Us
    • Contact Us
    • Privacy Policy
    • Terms & Conditions
    • Disclaimer
    • Sitemap

Copyright © Haryana-News, 2024 - All Rights Reserved.