Haryana Budget Session 2025: पुन्हाना से कांग्रेस विधायक मामन खान इंजीनियर ने मंगलवार को विधानसभा में आरोप लगाया कि नूंह में ज्यादातर अस्पताल किराए की डिग्रियों के सहारे चल रहे हैं. मामन खान ने सदन में आंकड़े रखते हुए कहा कि 35 जच्चा-बच्चा की जान जाने की रिपोर्ट उनके पास हैं. उन्होंने इसे सरकारी रिपोर्ट बताते हुए इसकी जांच करवाने की मांग की. मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मामन खान की मांग पर कहा कि सरकार इस मामले की जांच करवाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
विधानसभा में पानीपत सिटी से भाजपा के प्रमोद कुमार विज ने कहा कि ईएसआई अस्पताल खंडर बिल्डिंग में चल रहा है. श्रम विभाग ने श्रमिकों के उपचार के लिए जिले के 21 प्राइवेट अस्पतालों को पैनल पर रखा हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि ईएसआई अस्पताल से मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में रैफर कर दिया जाता है. कई अस्पतालों के नाम लेते हुए उन्होंने अस्पतालों में रैफर किए गए मरीजों की संख्या और सरकार द्वारा किए गए भुगतान पर सवाल उठाए.
इस पर श्रम मंत्री अनिल विज की गैर-मौजूदगी में विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने जवाब दिया. प्रमोद विज जब उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मोर्चा संभाला. मुख्यमंत्री ने बताया कि पैनल पर शामिल प्राइवेट अस्पतालों को 34 करोड़ रुपये की राशि दी गई है. साथ ही, उन्होंने ऐलान किया कि पानीपत में आठ एकड़ जमीन पर ईएसआई अस्पताल बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पानीपत में श्रमिकों की संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
विधानसभा सदस्य प्रमोद विज ने कहा कि सरकार ने 21 प्राइवेट अस्पतालों को 34 करोड़ का भुगतान किया है. इसमें से 26 करोड़ रुपये केवल चार अस्पतालों को दिए गए हैं. उन्होंने इस मामले की विजिलेंस जांच की मांग करते हुए कहा कि प्राइवेट अस्पतालों से उन मरीजों की लिस्ट ली जाए, जिनका उपचार हुआ. इस लिस्ट का मिलान ईएसआई अस्पताल से रैफर किए गए मरीजों की लिस्ट से मिलान किया जाए. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इसमें बड़ा फर्जीवाड़ा निकल कर सामने आएगा. इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच करवाने का ऐलान किया.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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