राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार (10 मार्च) को हिसार के गुरु जम्मेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्विद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंची. राष्ट्रपति मुर्मू ने विद्यार्थियों को डिग्री वितरित की. इसके बाद उन्होंने छात्राओं को संबोधित किया. संबोधन के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि रोजगार पाने नहीं, बल्कि रोजगार पैदा करने वाली मानसिकता के साथ आगे बढ़े. उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी हुई कि ये डिग्री देश में बढ़ती महिलाओं का एक प्रमाण है.
राष्ट्रपति मुर्मू ने विद्यार्थियों से कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान और कौशल हासिल करने का साधन नहीं है बल्कि इंसान के भीतर इंसानियत, नैतिकता और जीवन के अहम मूल्यों को भी विकसित करने का साधन है. शिक्षा इंसान को रोजगार के अवसर प्रदान करती है साथ ही समाज के प्रति भी होने वाली जिम्मेदारियों से भी जागरुक कराती है.
संबोधन के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरु जम्मेश्वर को भी याद किया. उन्होंने कहा कि वह एक महान संत, दार्शनिक और वैज्ञानिक सोच, नैतिक जीवन शैली के प्रबल समर्थक थे. उनका मानना था कि जीवो के प्रति दया भाव दिखाना, प्रकृति की सुरक्षा करना ही मनुष्य की नैतिक जिम्मेदारी है.

हिसार के गुरु जम्मेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्विद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू के साथ प्रदेश के गवर्नर और यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय, जनस्वास्थ्य और लोक निर्माण मंत्री रणबीर सिंह गंगवा भी मौजूद रहे. दीक्षांत समारोह कुलपति प्रोफेसर. नरसी राम बिश्नोई के नेतृत्व में किया गया.
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