नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) को दुनिया के सबसे मजबूत बीमा ब्रांडों में तीसरा स्थान मिला है. एलआईसी ने 100 में से 88 का ब्रांड स्ट्रेंथ इंडेक्स (बीएसआई) स्कोर हासिल किया है. पोलैंड स्थित पीजेडयू को 94.4 के बीएसआई स्कोर के साथ शीर्ष स्थान मिला है, जबकि चाइना लाइफ इंश्योरेंस 93.5 के बीएसआई स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर है.
ब्रांड फाइनेंस इंश्योरेंस 100-2025 की जारी रिपोर्ट के मुताबिक समग्र ब्रांड मूल्य के संदर्भ में एलआईसी वैश्विक स्तर पर सबसे मूल्यवान बीमा ब्रांडों में 12वें स्थान पर है, जबकि एसबीआई लाइफ 76वें स्थान पर है, जिससे वे शीर्ष 100 में सिर्फ दो भारतीय बीमाकर्ता बन गए हैं.
रिपोर्ट के अनुसार शीर्ष 100 बीमा ब्रांडों ने 2025 में ब्रांड मूल्य में 9 फीसदी की वृद्धि की है, जो बेहतर अंडरराइटिंग परिणामों, उच्च निवेश आय, बढ़ती ब्याज दरों और बढ़ी हुई लाभप्रदता से प्रेरित है. शीर्ष बीमा ब्रांडों के लिए बाजार पूंजीकरण में वृद्धि हुई क्योंकि बीमा उत्पादों की मांग सभी क्षेत्रों में बढ़ी. आर्थिक सुधार और सकारात्मक बाजार भावना ने निवेशकों के विश्वास को मजबूत किया है, जबकि रणनीतिक विलय, अधिग्रहण और तकनीकी प्रगति ने उद्योग के विकास को गति दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय मोर्चे पर एलआईसी ने दिसंबर तिमाही के लिए स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ में 17 फीसदी की साल-दर-साल वृद्धि दर्ज की, जो पिछले वर्ष के 9,444.42 करोड़ रुपये की तुलना में 11,056.47 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. इस वृद्धि को प्रबंधन व्यय, विशेष रूप से कर्मचारी-संबंधी लागतों में गिरावट से समर्थन मिला.
LIC का लाभ 16 प्रतिशत बढ़कर 11 करोड़ रूपये हुआ
इसके अलावा समेकित आधार पर एलआईसी का शुद्ध लाभ 16 फीसदी बढ़कर 11,009 करोड़ रुपये हो गया है, जो एक साल पहले 9,469 करोड़ रुपये था. कर्मचारी मुआवजा और कल्याण व्यय में 30 फीसदी की गिरावट देखी गई है, जो 18,194 करोड़ रुपये से घटकर 14,416 करोड़ रुपये हो गया है, जिससे व्यय अनुपात में 231 बीपीएस की कमी आई और यह 15.28 फीसदी से घटकर 12.97 फीसदी हो गया है.
उल्लेखनीय है कि एलआईसी भारत की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी है. इसकी स्थापना साल 1956 में हुई थी, जिसका मुख्यालय मुंबई में है.
हिन्दुस्थान समाचार