भारत में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जो देश की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और समाज के लिए गंभीर चुनौती बन चुकी है. ये अवैध प्रवासी न केवल सीमा से सटे इलाकों में बस चुके हैं, बल्कि उत्तर-पूर्वी राज्यों, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु समेत देश के लगभग हर हिस्से में अपनी जड़ें जमा चुके हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेशी घुसपैठिए नकली दस्तावेजों की मदद से भारतीय नागरिकता हासिल कर रहे हैं और यहां की सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं. यह प्रवृत्ति देश की आर्थिक व्यवस्था, कानून-व्यवस्था और संसाधनों पर भारी पड़ रही है.
देश में बांग्लादेशी घुसपैठियों की बढ़ती संख्या पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ा रुख अपनाते हुए बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है.
ठाणे से 9 बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार
1 जनवरी को महाराष्ट्र में आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) और पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाते हुए ठाणे से नौ बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया. ये सभी जाली भारतीय दस्तावेजों का उपयोग कर अवैध रूप से भारत में रह रहे थे.
तीन बांग्लादेशी महिलाएं गिरफ्तार
अगले दिन 2 जनवरी को आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) ने ठाणे में अवैध रूप से रह रही तीन बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया. ये महिलाएं स्थानीय होटलों में वेटर के रूप में कार्यरत थीं और फर्जी दस्तावेजों की मदद से भारत में रह रही थीं.
मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश, चार बांग्लादेशी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस के एंटी-ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (AATS) ने 2 जनवरी को एक बड़े मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. इन गिरफ्तारियों में रैकेट का सरगना भी शामिल है, जो पिछले 15 वर्षों से अवैध रूप से भारत में रह रहा था. यह खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने 28 दिसंबर को दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ के दौरान इस रैकेट की पूरी सच्चाई सामने आई.
दिल्ली में 5 बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने 4 जनवरी को पश्चिमी दिल्ली के उत्तम नगर से पांच बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया, जो नकली दस्तावेजों का उपयोग करके भारत में अवैध रूप से रह रहे थे. इसी दिन ही शिलांग पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर अंजली पेट्रोल पंप के पास एक पर्यटक टैक्सी से यात्रा कर रहे चार बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया.
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने सत्यापन अभियान के तहत 5 जनवरी को 2012 से अवैध रूप से रह रहे कई बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार कर उन्हें देश से निर्वासित कर दिया. इसी दिन तमिल नाडु में पल्लदम पुलिस ने महालक्ष्मी नगर में होजरी कंपनियों में काम कर रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया. ये सभी बिना किसी वैध दस्तावेज के राज्य में रह रहे थे. अगले दिन 6 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर रहने वाले नौ बांग्लादेशी घुसपैठियों को पुरानी दिल्ली से गिरफ्तार किया. इनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे, जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर निर्वासित कर दिया गया.
महाराष्ट्र के तालेगांव MIDC में 6 जनवरी एक निजी कंपनी में अवैध रूप से काम कर रहे तीन बांग्लादेशी घुसपैठियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. ये सभी भारतीय जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और पैन कार्ड जैसे जाली दस्तावेजों का उपयोग कर रह रहे थे.
महाराष्ट्र में 43 बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार
महाराष्ट्र में आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने 8 जनवरी को बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से रह रहे 43 बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया. ये सभी आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड जैसे फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारत में रह रहे थे.
असम में बांग्लादेशी घुसपैठिए के खिलाफ एक्शन
असम पुलिस ने 9 जनवरी को भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से एक अवैध रूप से घुसे बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया. पुलिस की प्रारंभिक जांच के बाद उसे तुरंत बांग्लादेश वापस भेज दिया गया.
मुक्का में अवैध प्रवासी गिरफ्तार
कर्नाटक के मुक्का में 10 जनवरी को पुलिस और राज्य आंतरिक सुरक्षा प्रभाग (SIB) के अधिकारियों ने बांग्लादेश-भारत सीमा पार कर अवैध रूप से भारत में रह रहे एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए घुसपैठिए ने लाल गोल मार्ग से भारत में प्रवेश किया था और पिछले तीन सालों से अवैध रूप से यहां रह रहे थे.
पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल पुलिस ने उत्तर 24 परगना जिले के बोंगांव कस्बे में 11 जनवरी को संदिग्ध रूप से घूम रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया. उनके पास से फर्जी पासपोर्ट बरामद किया गया.
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