38th Surajkund Mela 2025: 38 वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में इस बार ओडिशा के साथ मध्य प्रदेश को भी थीम स्टेट का सम्मान दिया गया है. खासतौर पर मध्य प्रदेश का पवेलियन दर्शकों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इस पवेलियन को राज्य के प्राकृतिक संपदा से समृद्ध राष्ट्रीय उद्यानों, जंगल सफारी और पारंपरिक हस्तशिल्प से सजाया गया है, जिन्हें देखकर पर्यटक और कला प्रेमी दोनों ही आकर्षित हो रहे हैं. मध्य प्रदेश पैवेलियन में जंगल थीम पर बनाया गया आई लव एमपी सेल्फी प्वाइंट सहज ही पर्यटकों को अपनी ओर खींच लेता है और वह इसके सामने खड़े होकर फोटो खिंचवाने का मौका छोड़ना नहीं चाहते.
मध्य प्रदेश के वन्य जीव और सांस्कृतिक धरोहर की झलक को पर्यटक अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर रहे हैं. इस सेल्फी प्वाइंट के जरिए मध्य प्रदेश पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश सफल साबित हो रही है. मध्य प्रदेश पैवेलियन में महिला सशक्तिकरण को भी प्रमुखता दी गई है. स्टाफ सदस्य कुलदीप कौर ने बताया कि यहां महिलाओं द्वारा तैयार किए गए हस्तकरघा व शिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की जा रही है, जिससे कि महिला शिल्पकारों का आर्थिक आधार और मजबूत हो सके. पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन ट्रैवल पैकेज भी पेश किए गए हैं. इस सुविधा के जरिए पर्यटकों को मध्य प्रदेश की यात्रा के लिए आवश्यक जानकारी और डॉक्यूमेंट मिल रहे हैं, जिससे उनकी यात्रा सुगम एवं यादगार बन सके. यह मेला सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि लोक संस्कृति परंपरा और कारीगरी से जुड़ने का सुनहरा अवसर है.
मध्य प्रदेश का यह पवेलियन पर्यटकों और कला प्रेमियों को राज्य के अनूठे सौंदर्य और धरोहर से जोड़ने का काम कर रहा है. मध्य प्रदेश पर्यटन निगम के अधिकारियों का यह मानना है कि मध्य प्रदेश की संस्कृति और कला को नजदीक से देखने के लिए पर्यटकों को इस पैवेलियन में जरूर आना चाहिए.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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