Indian Illegal Immigrants Returns From US: अमेरिका से डिपोर्ट किए गए हरियाणा के 33 लोगों में से कैथल जिले के सबसे अधिक 11 लोग शामिल हैं. यह सभी लोग डंकी रूट से अमेरिका पहुंचे थे. डिपोर्ट किए गए लोगों में गांव खेड़ी साकरा की एक महिला ओमी देवी भी शामिल है. अधिकतर लोग ग्रामीण इलाकों के रहने वाले हैं और रोजगार की तलाश में अमेरिका गए थे. इनमें से भी अधिकतर ने अपनी खेती की जमीन बीच कर अमेरिका में पैसा कमाने का सपना देखा था.
इन लोगों को वीजा नियमों के उल्लंघन और अवैध प्रवास के कारण डिपोर्ट किया गया है. गांव अटैला निवासी अमन के परिजनों ने बताया कि अमन पांच महीने पहले अमेरिका गया था. वहां जाने के बाद अमेरिका की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. तब से वह शरणार्थी था. करीब पांच माह बाद उसे वहां से अब डिपोर्ट कर दिया गया है. अमन के पिता कृष्ण ने बताया कि उन्होंने अमन को विदेश भेजने के लिए करीब 35 लाख रुपए में बातचीत की थी. उनमें से कुछ राशि दे भी दी थी. बाकी राशि ठीक-ठाक पहुंचाने के बाद देने की बात हुई थी.
उन्होंने यह राशि अपने रिश्तेदारों, जानकारों व भाईचारे से इकट्ठे करके अमन को विदेश भेजने का प्रयास किया था. परिवार को उम्मीद थी कि वहां पहुंचने के बाद अमन अच्छी कमाई करेगा. जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, लेकिन अब उनके अरमान धरे रह गए. कैथल के डीएसपी वीरभान ने बताया कि अभी तक डिपोर्ट किए गए लोगों की आधिकारिक सूची सरकार या उच्च अधिकारियों से प्राप्त नहीं हुई है. सूची मिलते ही सभी व्यक्तियों के रिकॉर्ड की जांच की जाएगी और यदि किसी की आपराधिक पृष्ठभूमि पाई गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी. कैथल के इन लोगों को किया गया अमेरिका से डिपोर्टअमेरिका से रिपोर्ट किए जाने वाले 11 लोगों में कैथल के गांव प्योदा के अभिषेक,गांव धुंधरेहड़ी शाहील, कैथल शहर के जितेश वालिया, गांव अटेला के अमन कुमार,गांव खेड़ी साकरा की ओमी देवी,गांव कसान का अंकित, गांव मटौर का सुशील, कैथल शहर का रमेश, गांव अरनौली का गुरप्रीत गांव काकौत का प्रिंस और गांव श्योमाजरा का मनदीप शामिल है.
तीन युवा फतेहाबाद जिले के निवासी
अमेरिका द्वारा डिपोर्ट कर भारत भेजे गए अप्रवासी भारतीयों में तीन युवा फतेहाबाद जिले के रहने वाले हैं. इनमें एक युवक भूना, एक गांव दिगोह और तीसरा गांव चुहड़पुर से है. अमेरिका से डिपोर्ट की सूचना मिलने के बाद से इनके परिवार सदमे जैसी स्थिति में है. डिपोर्ट हुए जिले के तीन युवाओं में भूना निवासी गुरनाम सिंह, गांव दिगोह निवासी गगनप्रीत और गांव चुहड़पुर निवासी अजय शामिल हैं.
अमेरिका से डिपोर्ट हुए दिगोह निवासी 24 वर्षीय गगनप्रीत सिंह के माता-पिता व छोटी बहन की आंखों से आंसू टपक रहे हैं. इकलौते बेटे के भविष्य को लेकर उसकी मां चारपाई पर बैठी हुई बार-बार बेहोश हो रही थी. गांव के सरपंच हरसिमरन सिंह व ग्रामीण मौके पर परिजनों को संभाल रहे थे. परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य हालत खराब होने के चलते डॉक्टर को भी मौके पर बुलाया हुआ था. सुखविंदर सिंह उर्फ काला के 24 वर्षीय बेटे साथ हुए घटनाक्रम को लेकर ग्रामवासी भी दुख प्रकट कर रहे हैं. हालांकि अमेरिका से डिपोर्ट हुआ गगनप्रीत सिंह बुधवार की देर शाम तक अपने जन्मभूमि दिगोह गांव में नहीं पहुंचा था, परंतु ग्रामीण उनसे संपर्क बनाने के लिए बार-बार इधर-उधर प्रयास कर रहे थे.
संदीप की दास्तां झकझोर देने वाली सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि 2023 में अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर से गए और अब डिपोर्ट हुए संदीप की दास्तां झकझोर देने वाली है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर भी अपना दर्द बयां किया है. उन्होंने लिखा- 2023 में अमेरिका के कैलिफोर्निया शहर से गए और अब डिपोर्ट हुए संदीप की दास्तां झकझोर देने वाली है. उसे काम करने के लिए अमेरिका में टेंपररी वीजा दिया गया.
जब संदीप अपने केस की सुनवाई के लिए इमिग्रेशन दफ्तर पहुंचा तो उसे वहां से गिरफ्तार करके डिटेंशन सेंटर में रखा गया और 1 फरवरी को डिपोर्ट कर दिया. अमेरिका जाने के लिए संदीप के परिवार ने अपनी 2 एकड़ जमीन बेचकर 42 लाख रुपए एजेंट को दिए. उन्होंने आगे लिखा कि हरियाणा में बेरोजगारी के चलते हर दिन ऐसी खबरें आती हैं. पलायन की यह पीड़ा पूरे हरियाणा को है, पर भाजपा की डबल इंजन सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. भाजपा राज में हमारे होनहार नौजवान बेरोजगारी के कोल्हू में पीसे जा रहे हैं. उनके सपनों को चकनाचूर किया जा रहा है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें: Indian Illegal Immigrants: अमेरिका से डी-पोर्ट गुजरात के 33 नागरिक पहुंचे अहमदाबाद, यहां देखें पूरी लिस्ट