Budget 2025: हर साल की तरह इस साल भी आज यानी एक फरवरी को संसद में बजट (Budget 2025) पेश किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे लोकसभा में बजट पेश करेंगी. बता दें, निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) लगातार 8वीं बार बजट भाषण देंगी. मोदी 3.0 सरकार का ये पूर्ण बजट है. एक फरवरी को पेश होने वाले बजट का हर इंसान बड़ा बेसब्री से इंतजार करता है. सभी यह जाननें के लिए इच्छुक रहते हैं कि वित्त मंत्री के पिटारे से हर वर्ग के लिए निकलेगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बजट का असली मतलब क्या होता है और यह शब्द कहां से लिया गया है अगर नहीं तो आइए जानते हैं बजट से जुड़ी कुछ खास बातें
क्या है ‘बजट’ शब्द का अर्थ?
बजट शब्द सुनने में जितना आसान लगता है उसके पीछे का इतिहास भी इतना ही दिलचस्प है. बजट एक लोकप्रिय शब्द है, जो मूल रुप से फ्रेंच भाषा के लातिन शब्द बुल्गा से लिया गया है जिसका मतलब होता है चमड़े का बैग या ब्रीफकेस. पहले बुल्गा शब्द से फ्रांसीसी शब्द बोऊगेट (Bougette) की उत्पत्ति हुई थी. फिर इसके बाद बोगेट (Boget) शब्द अस्तिव में आया. फिर इसी शब्द से बजट (Budget) शब्द की उत्पत्ति हुई थी. पहले बजट पेश के दौरान चमड़े के बैग को ही संसद के पटल में रखा जाता था.
जानिए बजट का इतिहास
भारत में बजट की शुरुआत काफी पहले से शुरू हो गई थी, लेकिन 7 अप्रैल, साल 1860 में पहली बार भारत में स्कॉटिश अर्थशास्त्री जेम्स विलसन ने बजट पेश किया था. लेकिन भारत को आजादी मिलने के बाद पहली बार बजट 26 नवंबर, 1947 में आर के शनमुखम चेट्टी ने किया था. ब्रिटिश शासन के समय में बजट शाम को 5 बजे पेश किया जाता था ऐसा इसलिए होता था , ताकि बजट में काम करने वाले अधिकारियों को थोड़ा आराम मिल सकें. लेकिन साल 2001 में वित्त मंत्री यशवंत सिंहा ने बजट पेश करने के समय को बदला. उसके बाद से ही हर साल बजट पेश करने का समय सुबह 11 बजे कर दिया गया.
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