Haryana: हरियाणा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की कोताही का खामियाजा हजारों विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है. विद्यार्थियों को दिए जाने वाले वजीफा में हाजिरी की गड़बड़ियों के चलते शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के छह जिला शिक्षा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सभी अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से जवाब देने व अपनी स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए गए हैं.
निदेशालय की तरफ से शुक्रवार को जारी नोटिस के अनुसार इन अधिकारियों ने नौवीं से लेकर 12वीं तक के एससी, बीसी और बीपीएल विद्यार्थियों के वजीफा स्कीम के लिए हाजिरी को सही ढंग से अपडेट नहीं किया. इस वजह से उन्हें वजीफा नहीं मिला और परेशानी झेलनी पड़ी.
निदेशालय ने इस बारे में अधिकारियों को रिमाइंडर और कॉल करके भी कहा, लेकिन उन्होंने कोई परवाह नहीं की. इन छह अधिकारियों को चेतावनी भी दी गई कि अगर उन्होंने जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इनमें अंबाला, भिवानी, फरीदाबाद, कैथल, मेवात और पलवल के जिला शिक्षा अधिकारी शामिल हैं. स्कूल शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस में लिखा गया है कि नौवीं से 12वीं कक्षा के एससी, बीसी-ए और बीपीएल छात्रों के लिए मासिक वजीफा स्कीम के अंतर्गत वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही का डाटा वन स्कूल एप पोर्टल पर अपडेट करने के लिए कहा गया था. इसके लिए 8 अक्टूबर 2024 से 2 जनवरी 2025 तक इसे लाइव किया गया.
इसके बावजूद अंबाला, भिवानी, फरीदाबाद, कैथल, मेवात और पलवल जिलों के विद्यार्थियों की उपस्थिति 70 प्रतिशत से भी कम दर्ज की गई है. सेकेंडरी शिक्षा के निदेशक के निर्देशानुसार पुअर परफॉर्मेंस के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. यदि समय अवधि के दौरान कोई उत्तर या स्थिति स्पष्ट नहीं की जाती है तो समझा जाएगा कि इस संबंध में आप कुछ भी नहीं कहना चाहते. ऐसी स्थिति में नियमानुसार अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि सरकार ने कक्षा एक से पांच तक के बालकों को 75 रुपये और बालिकाओं को 150 रुपये प्रति माह वजीफा दिया जाता है. कक्षा 6 से 8 तक के बालकों को 100 रुपये और बालिकाओं को 200 रुपये वजीफा मिलता है. कक्षा 9 से 12 तक के बालकों को 150 रुपये और बालिकाओं को 300 रुपये मिलता है. विज्ञान स्ट्रीम में कक्षा 11 और 12 के बालकों को 200 रुपये और बालिकाओं को 400 रुपये वजीफा दिया जाता है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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