Haryana: टोहाना के पूर्व विधायक कर्म सिंह डांगरा का मंगलवार सुबह हिसार के जिंदल अस्पताल में निधन हो गया. 104 वर्षीय कर्म सिंह डांगरा दो दिनों से बीमार होने के कारण जिंदल अस्पताल में भर्ती थे. कर्म सिंह डांगरा 48 साल पहले 1977 में फतेहाबाद जिले की टोहाना विधानसभा सीट से से जनता पार्टी की टिकट पर जीतकर विधायक बने थे. पूर्व विधायक के निधन से टोहाना क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव डांगरा में किया जाएगा।बता दें कि पूर्व विधायक कर्म सिंह डांगरा का जन्म उन्होंने अंतिम सांस ली. डांगरा का जन्म 14 अगस्त 1920 को टोहाना के गांव डांगरा में हुआ था. 1963 में वह गांव के सरपंच चुने गए. कर्म सिंह अपनी ईमानदारी व मेहनत के बल पर कई वर्षों तक गांव के सरपंच रहे. कर्म सिंह डांगरा ने 1977 में फतेहाबाद जिले की टोहाना विधानसभा सीट से जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव जीता। 1982 में वे जनता पार्टी के हिसार जिलाध्यक्ष बने. 1986 में चौधरी देवीलाल के आह्वान पर उन्होंने न्याय युद्ध के लिए दिल्ली तक पैदल यात्रा की. 1987-88 के दौरान हरियाणा खादी बोर्ड के चेयरमैन रहे और और विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए पूरे क्षेत्र में सदैव ईमानदारी की मिसाल रहे. डांगरा का जीवन सादगीपूर्व रहा.
तीन बेटों के पिता थे कर्म सिंह डांगरा
पूर्व विधायक कर्म सिंह डांगरा के तीन बेटे हैं, जिनमें मनफूल सिंह, भाल सिंह और बलवान सिंह है. इनमें भाल सिंह हांसी में रहते हैं और फिलहाल पूर्व विधायक उनके पास हांसी में ही रह रहे थे. मनफूल सिंह का पहले निधन हो चुका है. बलवान सिंह फतेहाबाद रह रहे हैं.
यह रहा पूर्व विधायक का राजनीति में सफर
फतेहाबाद जिले के गांव डांगरा में जन्मे कर्म सिंह डांगरा 1960 से 1968 तक हिसार सैन्ट्रल को- आपरेटिव बैंक के डायरेक्टर रहे. 1968 से 1969 तक हिसार सेन्ट्रल कॉपरेटिव बैंक के चेयरमैन चुने गए। पंचायती राज से पहले वे 1952 से 1957 तक गांव डांगरा में पंचायत मेंबर यानि पंच रहे. 1951 से 1953 तक सेशन जज कोर्ट हिसार में असेसर रहे. कर्म सिंह डांगरा 1960 से 1963 और फिर 1963 से 1971 तक गांव के सरपंच चुने गए. 1960 से 1971 तक ब्लाक समिति टोहाना (हिसार) के सदस्य रहे. इस बीच 1960 से 1970 तक मार्केट कमेटी टोहाना के मेम्बर रहे. 1971 से 1976 तक मार्केटिंग सोसाइटी टोहाना के डायरेक्टर चुने गए. 1972 से 1977 तक ग्राम पंचायत डांगरा के पंच चुने गए.
देवी लाल के साथ संघर्ष में गए थे जेल
बता दें कि कर्म सिंह डांगरा ने वर्ष 1977 से 1982 तक चौ. देवीलाल की जनता पार्टी से हलका टोहाना से चुनाव लड़ा और विधायक चुने गए. 1977 में सैन्ट्रल को-आपरेटिव बैंक हिसार के चेयरमैन नियुक्त किए गए. 1982 में चौ देवीलाल की पार्टी के जिला हिसार के पार्टी प्रधान रहे. 1986 में चौ. देवीलाल के आह्वान पर रास्ता रोको आन्दोलन में कर्म सिंह जेल भी गए. कर्म सिंह ने 1986 में न्याय युद्ध में दिल्ली तक पैदल यात्रा में गए. 1989 से 1991 तक पार्टी के स्टेट कार्यकारिणी के सदस्य रहे. 1987-88 में हरियाणा खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन नियुक्त किये गए थे. इसी प्रकार 1988 से 1991 तक मार्केट कमेटी टोहाना के चेयरमैन रहे. 1988 से 1992 तक नेशनल सीड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के डायरेक्टर रहे. वे 1992 से 1995 तक पार्टी के जिला हिसार के कार्यकारिणी सदस्य रहे. कर्म सिंह डांगरा फिलहाल में 1997 से अब तक पार्टी के स्टेट कार्यकारिणी के सदस्य हैं. 1999 से अब तक वे हरियाणा खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के निदेशक रह चुके है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें: हिसार की बेटी ने खो खो विश्व कप में स्वर्ण पदक दिलवाने में निभाई अहम भूमिका