प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मुंबई के नैसेना डोकयार्ड में दो युद्धपोतों और एक पनडुब्बी के जलावतरण के बाद कहा कि भारत विस्तारवाद नहीं बल्कि विकासवाद की भावना से काम करता है.
The commissioning of three frontline naval combatants underscores India’s unwavering commitment to building a robust and self-reliant defence sector. Watch LIVE from Mumbai. https://t.co/d1fy14qcrT
— Narendra Modi (@narendramodi) January 15, 2025
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत की समुद्री विरासत नेवी के गौरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए भी बहुत बड़ा दिन है. छत्रपति शिवाजी महाराज ने नौसेना को नया सामर्थ्य और विजन दिया था. आज उनकी इस पावन धरती पर 21वीं सदी की नेवी को सशक्त करने की तरफ हम एक बड़ा कदम उठा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि एक विध्वंसक, एक फ्रिगेट और एक पनडुब्बी तीनों को एक साथ कमीशन किया जा रहा है. सबसे बड़ी बात यह है कि ये फ्रंटलाइन प्लेटफॉर्म मेड-इन-इंडिया उत्पाद हैं. ये तीनों भारत की सुरक्षा और प्रगति को नया सामर्थ्य देंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने इसके लिए भारतीय नौसेना, इंजीनियरों, श्रमिकों और पूरे देश को बधाई दी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज भारत पूरे विश्व और खासकर ग्लोबल साउथ में एक भरोसेमंद और जिम्मेदार साथी के रूप में पहचाना जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा खुला, सुरक्षित, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत का सैन्य सामर्थ्य भी अधिक सक्षम और आधुनिक हो, ये देश की प्राथमिकताओं में से एक है. जल, थल, नभ, डीपसी और असीम अंतरिक्ष हर जगह भारत अपने हितों को सुरक्षित कर रहा है. इसके लिए निरंतर रिफॉर्म किए जा रहे हैं.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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