Haryana: देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा संसद में संविधान निर्माता डॉक्टर बीआर आंबेडकर के बारे में की गई विवादित टिप्पणी के चलते पूरे देश में माहौल तनावपूर्ण होता जा रहा है. जगह-जगह उनके खिलाफ रोष प्रदर्शन किया जा रहे हैं.
दलित अधिकार कार्यकर्ता रजत कलसन ने शनिवार को कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री ने भारत के संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर के बारे में अपमानजनक व अमर्यादित टिप्पणी करके न केवल डॉ. बीआर आंबेडकर का अपमान किया है बल्कि भारत के लोकतंत्र और लोकतंत्र के प्रमुख स्तंभ संसद का भी अपमान किया है.
उन्होंने इस बात पर दुख जताया कि प्रधानमंत्री सहित सत्ताधारी दल के शीर्ष नेताओं ने अमित शाह की बयान की आलोचना करने की बजाय उनके बयान को न्यायोचित ठहराने का काम किया है. गृहमंत्री के बयान से पूरे देश के अनुसूचित जाति, जनजाति व वंचित समाज के लोग बेहद गुस्से में है तथा पूरे देश भर में उनका विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इसी सिलसिले में 23 दिसंबर को हिसार के लघु सचिवालय में अमित शाह के बयान के खिलाफ जबरदस्त रोष प्रदर्शन किया जाएगा तथा गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंका जाएगा.
उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की कि अमित शाह को तुरंत पद से बर्खास्त किया जाए और इस मामले में अमित शाह को तुरंत माफी मांगनी चाहिए नहीं तो पूरे देश में बाबा साहब के सम्मान को लेकर लड़ाई छिड़ जाएगी.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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