Farmer Protest: पंजाब बार्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के आह्वान पर सोमवार को हरियाणा के सात जिलों में ट्रैक्टर मार्च निकाला. किसान यूनियन नेताओं ने आज के मार्च के दौरान केंद्र सरकार को घेरा.
शंभू व खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने पंजाब को छोड़कर अन्य राज्यों में ट्रैक्टर आज मार्च निकालने का ऐलान किया था. हालांकि ट्रैक्टर मार्च से किसानों के कई संगठनों ने दूरी बनाए रखी. अब पंजाब में किसान 18 मार्च को रेलगाड़ियां रोककर अपना विरोध दर्ज करवाएंगे.
हरियाणा के अंबाला, हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल जिलों में दोपहर करीब 12 बजे किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाल कर प्रदर्शन किया. किसानों ने करीब चार घंटे तक अलग-अलग रास्तों से यह मार्च निकाला. हिसार जिले के अंतर्गत आते हांसी में किसान ट्रैक्टर पर रामायण टोल से मिनी सचिवालय तक गए. वहीं सोनीपत के खरखौदा में रोहणा बाईपास चौक से मार्च निकाला गया.
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने ट्रैक्टर मार्च को सफल करार देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में यह आंदोलन उग्र रूप लेगा और इसे तेज किया जा रहा है.
हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने किसानों द्वारा ट्रेन रोकने के ऐलान काे लेकर कहा कि किसानों को ट्रेनें नहीं रोकनी चाहिए, इससे आम लोगों को ही परेशानी होती है. उन्हाेंने कहा कि केवल पंजाब जाने वाली गाड़ियां ही राेकी जाएंगी, तो इससे पंजाब के लोगों को ही दिक्कत होगी. इसलिए किसी और तरीके से प्रदर्शन करें, जो इनकी आवाज भी उठती रहे और काम में भी बाधा ना पड़े. विज ने कहा कि जहां तक ट्रैक्टर मार्च निकालने का सवाल है तो शांतिपूर्ण तरीके से प्रशासन से इजाजत लेकर हर संस्था को प्रदर्शन करने का अधिकार होता है.
हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन बड़ौली ने कहा कि प्रदेश में हम 24 फसलों पर एमएसपी दे रहे हैं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की सरकार भी किसानों को एमएसपी पर फसल खरीदने की गारंटी दे.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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