Palwal: पलवल में संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने मंगलवार को जाट धर्मशाला में बैठक की. बैठक की अध्यक्षता किसान सभा के जिला प्रधान धर्मचंद ने की. बैठक में मांग की गई कि सरकार लोकतंत्र में आंदोलन के संवैधानिक अधिकार को बहाल रखते हुए शंभू बॉर्डर व ग्रेटर नोएडा के किसान संगठनों से बातचीत करके मांगों का समाधान करे नहीं तो किसान देश व्यापी आंदोलन के लिए मजबूर होंगे. बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मास्टर महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि किसानों के लंबे संघर्ष के बाद केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को वापस लेते समय देशके अन्नदाताओं से जो वादे किए थे, उन्हें आज तक भी लागू नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि उल्टे किसानों की मांगों को लेकर देश व प्रदेश की सरकार किसानों व जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि पहले सरकार कह रही थी कि किसान दिल्ली ट्रैक्टर-ट्राली लेकर क्यों जाते है, वो बिना वाहन के दिल्ली क्यों नहीं जाते. जबकि अब किसान पैदल दिल्ली जाना चाहते है तो उन्हें पैदल भी नहीं जाने दे रहे. उन्होंने सवाल किया कि सरकार देश की जनता को यह बताए कि वह फसल के कुल उत्पादन का कितने प्रतिशत न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीददारी कर रही है. मोर्चा के नेता मास्टर महेंद्र चौहान व सभा के जिलाध्यक्ष धर्मचंद ने कहा कि यदि शंभू बॉर्डर पर किसानों को रास्ता नहीं दिया गया तो वे मजबूर होकर देश व्यापी आंदोलन करेंगे और अपनी मांगों को मनवाकर ही वापस लौटेंगे. बैठक में कहा कि 18 दिसंबर को जिले के किसान संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर प्रदेश सरकार के स्मार्ट मीटर लगाने के आदेश के खिलाफ डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन देंगे. बैठक को संबोधित करने वाले में किसान नेता सोहन पाल चौहान, दरियाब सिंह, तालाचंद, चेतराम मैम्बर, राहुल तंवर, रमेशचंद गौड़ाेता, राजकुमार ओहलियां, सतीश कुमार, रघुबीर सिंह, करण चौहान, ठाकुरलाल आर्य, राजपाल घोड़ी व समय सिंह ककराली सहित अन्य किसान नेता शामिल थे.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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