बांग्लादेश में जिस तरह अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ जुल्म और ज्यादती हो रही है. उन पर जुल्म की सभी सीमाएं पार कर दी गईं. उस पर भारत सरकार की पूरी नजर है. लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं पर जो अत्याचार हो रहा है, धार्मिक स्थल जलाए जा रहे हैं, धर्म गुरुओं को मारा-पीटा जा रहा है, उस पर देश के मुस्लिम संगठनों के लोग चुप हैं. आखिर ऐसा क्यों? अगर फिलिस्तीन या ईरान में मुस्लिमों के साथ कुछ होता है, तो ये लोग प्रदर्शन करते, लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, वे मारे-काटे जा रहे हैं, लेकिन आलम है कि भारत देश के मुस्लिम संगठनों की जुबान खुल जाए.