Sonipat Air Pollution: जनपद साेनीपत में नवम्बर के माह में कोहरा और वायु प्रदूषण की समस्या बढ़ने लगी है. तापमान में गिरावट और वायु गुणवत्ता में कमी से नागरिकों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोहरे के कारण सुबह और शाम के समय दृश्यता घटकर ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 20 से 50 मीटर रह गई है, जिससे सड़क पर दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ गई है और यातायात में बाधा उत्पन्न हो रही है.
वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. गुरुवार को सुबह पांच बजे एक्यूआई 300 दर्ज किया गया, जिससे लोगों को सांस संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वायु प्रदूषण का मुख्य कारण पराली जलाने, वाहनों का धुआं और निर्माण कार्य हैं. ठंड के कारण प्रदूषित कण वातावरण में बने रहते हैं, जो कोहरे को और घना बना देते हैं.
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान और गिर सकता है, जिससे कोहरा और अधिक घना होने की संभावना है. प्रशासन ने नागरिकों से सुबह और देर शाम अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की अपील की है और यातायात नियमों का पालन करने को कहा है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बच्चों और बुजुर्गों को घर पर रहने की सलाह दी है. कोहरे के कारण हाईवे और शहर की सड़कों पर दृश्यता कम हो गई है, जिससे वाहन चालकों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
वायु गुणवत्ता लगातार खराब स्तर पर बनी हुई है, जिसमें पीएम-10 का स्तर 280 और पीएम-2.5 का स्तर 349 दर्ज किया गया है. कोहरे का असर सड़क के साथ रेल यातायात पर भी दिख रहा है, जिससे कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें: Haryana: 15 नवंबर से बन्द होगी धान की सरकारी खरीद