Delhi Air Pollution: दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR) में बुधवार सुबह दिल्ली के आसमान में धुंध का पहरा देखने को मिला, वहीं वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक से भी ऊपर तक पहुंच गया. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक बुधवार सुबह सबसे ज्यादा पॉल्यूशन शाहदरा और आया नगर में दर्ज किया गया, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार दर्ज किया गया. प्रदूषण के घने कोहरे के चलते लोगों की सांसें फूलने लगी हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक विजिबिलिटी भी बहुत कम है. सुबह 8 बजे कर्तव्य पथ से इंडिया गेट और राष्ट्रपति भवन दिखाई नहीं दे रहा था. मंगलवार को दिल्ली का औसम वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार को 334 दर्ज किया गया था.
बुधवार सुबह 8 बजे आया नगर में एक्यूआई 423, शाहदरा के आसपास भी एक्यूआई 413, मुंडका में 374, पूसा में 397, नजफगढ़ में 362, आईसीआई एयरपोर्ट में 375,शादीपुर में 378, पंजाबी बाग में 388, आरकेपुरम में 367, दिल्ली विश्वविद्यालय में 398, श्री अरविंदो मार्ग में 365, मंदिर मार्ग में 365, सिरी फोर्ट में 368, लोधी रोड में 280, वजीरपुर में 385, रोहिणी में 380, अशोक विहार में 381, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 332, इंडिया गेट में 327, ग्वाल पहाड़ी में 269 दर्ज किया गया.
शहर में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाला धुंआ रहा. वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 30 अक्टूबर से लगातार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ है. दिल्ली में 30 अक्टूबर को एक्यूआई 307 दर्ज किया गया था। उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 की श्रेणी को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बहुत खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.
राजधानी में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने ग्रेडड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण एक और दो की पाबंदियां लगा रखी हैं. इसके तहत राजधानी में कोयला जलाने और डस्टिंग रोकने के लिए बड़े कंस्ट्रक्शन पर रोक लगाई गई है. जेनरेटरों पर भी पांबदी है. एक्यूआई 400 के पार जाने के बाद राजधानी में ग्रैप चरण तीन की पाबंदियां भी लगाई जा सकती हैं.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें: बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला- आरोपित या दोषी का घर ध्वस्त नहीं किया जा सकता