Haryana: हरियाणा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा है कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ चल रहे हत्या व अन्य आपराधिक मामलों में हरियाणा पुलिस पड़ोसी राज्यों की पुलिस को पूरी तरह से सहयोग करेगी. उन्होंने कहा कि चाहे मुंबई का बाबा सिद्दीकी मर्डर केस हो या कोई और हत्या का मामला हो, वहां की पुलिस मामले की जांच कर रही है. हरियाणा पुलिस का इसमें पूरी तरह से सहयोग किया जाएगा. अपराधी किसी एक शहर का नहीं होता. अपराध को रोकने और अपराधी के विरूद्ध कार्रवाई के लिए सभी को एकजुट होना जरूरी है.
कपूर ने सोमवार को पंचकूला पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर ‘पुलिस शहीद स्मारक‘ पर पुष्प चक्र अर्पित कर भारतीय पुलिस बल के देशभर के 214 अमर शहीदों के बलिदानों को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि दी. इससे पहले पुलिस महानिदेशक ने देश के पुलिस सेवा के सभी बलिदानियों को याद करते हुए कहा कि आज हम भारतीय पुलिस सेवा के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित हुए हैं जिन्होंने देश की कानून-व्यवस्था को कायम रखने, देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने तथा नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं. उन्होंने बताया कि हरियाणा राज्य के गठन से लेकर अब तक 83 पुलिसकर्मियों ने राज्य और इसके नागरिकों की सेवा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया है.
कपूर ने आगे कहा कि हरियाणा पुलिस को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं. प्रदेश के सभी पुलिस थानों व चौकियों में आवश्यकता अनुरूप अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस तकनीकी उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं तथा सभी पुलिस थानों व पुलिस चौकियों को सीसीटीवी कैमरों से जोड़ा गया है. इसी प्रकार, शहीदों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को पहले से कई गुना बढ़ाया गया है. इतना ही नही, शहीद पुलिसकर्मियों के बच्चों को सरकारी नौकरी तथा आश्रित महिलाओं को मासिक वित्तीय सहायता भी दी जाती है.
कपूर ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा 22 पुलिस पब्लिक स्कूलों की स्थापना की गई है. इनमें पुलिस कर्मचारियों के बच्चों को पढ़ाई के खर्च में 50 प्रतिशत छूट प्रदान की जाती है. इन स्कूलों में वर्ष 2022-23 से मृतक पुलिस कर्मचारियों तथा मृतक एसपीओ के बच्चों को भी नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है. उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा सेवानिवृत पुलिसकर्मी तथा चतुर्थ श्रेणी के पुलिसकर्मियों के बेरोजगार बच्चों को रोजगार दिलवाने के लिए उनमें कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. ऐसे युवाओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता अनुसार प्रशिक्षित करते हुए नौकरियां दिलवाई जा रही हैं. इसके लिए विभिन्न संस्थाओं से तालमेल स्थापित करते हुए काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि कांस्टेबल तथा हैड कांस्टेबल के वर्दी भत्ते को 3000 हजार रुपये से बढ़ाकर 7500 रूपये वार्षिक किया गया है तथा एएसआई, एसआई, इंस्पेक्टर, डीएसपी का वर्दी भत्ता 4000 रूपये से बढ़ाकर 10 हजार रूपये प्रतिवर्ष किया गया है. इतना ही नहीं, कांस्टेबल और हैडकांस्टेबल को 200 रुपये, एएसआई को 250, एसआई को 300 तथा इंस्पेक्टर को 400 रुपये प्रतिमाह का मोबाइल अलाउंस दिया जाता है. इस अवसर पर राज्य अपराध शाखा की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ममता सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमिताभ ढिल्लों, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (लॉ एंड ऑर्डर) संजय कुमार, पुलिस महानिरीक्षक एवं पुलिस आयुक्त पंचकूला सिबास कविराज, पुलिस महानिरीक्षक हरदीप दून तथा राकेश आर्य सहित कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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