Share Market Closing News: विदेशी निवेशकों की ओर से की गई चौतरफा बिकवाली के कारण घरेलू शेयर बाजार गुरुवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुआ. बिकवाली के दबाव के कारण निवेशकों को एक दिन में ही 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का सामना करना पड़ा. आज के कारोबार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई थी, लेकिन बाजार खुलने के कुछ मिनट बाद ही विदेशी निवेशकों ने आक्रामक तरीके से बिकवाली शुरू कर दी.
इस बिकवाली के कारण शेयर बाजार अपनी सारी बढ़त गंवा कर लाल निशान में गिर गया. पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स 0.61 प्रतिशत और निफ्टी 0.89 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुए. आज के कारोबार में ऑटोमोबाइल, टेलीकम्युनिकेशंस और रियल्टी सेक्टर के शेयरों में सबसे अधिक बिकवाली होती रही. इसी तरह एफएमसीजी, ऑयल एंड गैस, पीएसई, बैंकिंग, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और मेटल इंडेक्स भी गिरावट के साथ बंद हुए.
दूसरी ओर, आईटी सेक्टर में आज लगातार तेजी का रुख बना रहा. इसके अलावा टेक इंडेक्स भी बढ़त के साथ बंद होने में सफल रहा. ब्रॉडर मार्केट में भी आज लगातार बिकवाली का दबाव बना रहा, जिसके कारण बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ. इसी तरह स्मॉलकैप इंडेक्स ने 1.42 प्रतिशत की कमजोरी के साथ आज के कारोबार का अंत किया.
आज शेयर बाजार में आई कमजोरी के कारण स्टॉक मार्केट के निवेशकों की संपत्ति में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमी हो गई. बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन आज के कारोबार के बाद घट कर 457.26 लाख करोड़ रुपये (अस्थाई) हो गया. जबकि पिछले कारोबारी दिन यानी बुधवार को इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 463.29 लाख करोड़ रुपये था. इस तरह निवेशकों को आज के कारोबार से करीब 6.03 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया.
आज दिन भर के कारोबार में बीएसई में 4,064 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई. इनमें 1,272 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 2,691 शेयरों में गिरावट का रुख रहा, वहीं 101 शेयर बिना किसी उतार चढ़ाव के बंद हुए. एनएसई में आज 2,491 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हुई. इनमें से 584 शेयर मुनाफा कमा कर हरे निशान में और 1,907 शेयर नुकसान उठा कर लाल निशान में बंद हुए.
इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 9 शेयर बढ़त के साथ और 21 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए. जबकि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 10 शेयर हरे निशान में और 40 शेयर लाल निशान में बंद हुए. बीएसई का सेंसेक्स आज 256.71 अंक की मजबूती के साथ 81,758.07 के स्तर पर खुला. कारोबार की शुरुआत होते ही खरीदारी के सपोर्ट से ये सूचकांक मामूली मजबूती के साथ 81,781.40 अंक तक जा पहुंचा. हालांकि कुछ मिनट बाद ही बाजार में चौतरफा बिकवाली शुरू हो गई, जिसके कारण ये सूचकांक सारी बढ़त गंवा कर लाल निशान में लुढ़क गया.
कारोबार के दौरान बीच-बीच में खरीदारों ने लिवाली का जोर बनाने की कोशिश भी की लेकिन बिकवाली का दबाव इतना अधिक था कि इस सूचकांक की चाल में सुधार नहीं हो सका. लगातार हो रही बिकवाली के कारण सेंसेक्स ऊपरी स्तर से 875 अंक से ज्यादा टूट कर 595.72 अंक की कमजोरी के साथ 80,905.64 अंक के स्तर पर आ गया. 22 अगस्त के बाद आज पहली बार सेंसेक्स 81 हजार अंक के स्तर से नीचे फिसल गया.
हालांकि कारोबार के अंत में हुई मामूली खरीदारी से सेंसेक्स एक बार फिर 81 हजार अंक के स्तर को पार करके 494.75 अंक की गिरावट के साथ 81,006.61 अंक के स्तर पर बंद हुआ. सेंसेक्स की तरह ही एनएसई के निफ्टी ने आज 56.10 अंक की बढ़त के साथ 25,027.40 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की. बाजार खुलते ही ये सूचकांक मामूली तेजी के साथ 25,029.50 तक पहुंचा लेकिन इसके बाद मंदड़ियों के दबाव में इस सूचकांक ने भी लाल निशान में गोता लगा दिया.
लगातार हो रही बिकवाली के कारण ये सूचकांक ऊपरी स्तर से करीब 300 अंक लुढ़क कर 242.40 अंक की कमजोरी के साथ आज के सबसे निचले स्तर 24,728.90 अंक तक पहुंच गया. हालांकि, आखिरी वक्त में इंट्रा-डे सेटलमेंट की वजह से हुई खरीदारी के कारण ये सूचकांक निचले स्तर से करीब 21 अंक की रिकवरी करके 221.45 अंक की गिरावट के साथ 24,749.85 अंक के स्तर पर बंद हुआ.
पूरे दिन हुई खरीद बिक्री के बाद स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से इंफोसिस 2.50 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 2.33 प्रतिशत, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन 1.21 प्रतिशत, लार्सन एंड टूब्रो 1.07 प्रतिशत और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 0.70 प्रतिशत की मजबूती के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए. दूसरी ओर, बजाज ऑटो 12.89 प्रतिशत, श्रीराम फाइनेंस 3.89 प्रतिशत, नेस्ले 3.39 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा 3.37 प्रतिशत और हीरो मोटोकॉर्प 3.35 प्रतिशत की कमजोरी के साथ आज के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें: WPI Inflation: आम आदमी की जेब को झटका, सितंबर महीने में बढ़ी थोक मंहगाई, जानिए वजह