India-Canada Row: भारत ने कनाडा में उच्च राजनयिकों के खिलाफ अपनाए गए रवैये के विरोध में वहां स्थित भारतीय उच्चायुक्त तथा निशाना बनाए जा रहे राजनयिकों और अधिकारियों को वापस बुलाने का फैसला किया है. भारत का यह भी कहना है कि उग्रवाद और हिंसा के माहौल में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो सरकार के कृत्यों ने उनकी सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है.
India decides to withdraw its envoy from Canada, summons Canada's Charge d'Affaires over "baseless targeting" of Indian diplomats
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— ANI Digital (@ani_digital) October 14, 2024
भारत ने यह सख्त कदम कनाडा सरकार की ओर से आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले से भारतीय राजनयिकों जोड़े जाने के प्रयास के खिलाफ उठाया है. विदेश मंत्रालय के अनुसार कनाडा उच्चायोग के उप उच्चायुक्त को आज शाम तलब किया गया और औपचारिक रूप से विरोध दर्ज कराया गया. कनाडा के राजनयिक से कहा गया कि कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों और अधिकारियों को बिना किसी आधार के निशाना बनाना पूरी तरह से अस्वीकार्य है.
The Government of India has decided to expel the following 6 Canadian Diplomats: Stewart Ross Wheeler, Acting High Commissioner, Patrick Hebert, Deputy High Commissioner, Marie Catherine Joly, First Secretary, lan Ross David Trites, First Secretary, Adam James Chuipka, First… pic.twitter.com/bdaRf1i0H4
— ANI (@ANI) October 14, 2024
साथ ही भारत ने कनाडा के राजनियकों को निष्कासित कर दिया है और उन्हें शनिवार 19 अक्टूबर को रात 12 बजे से पहले भारत छोड़ने के लिए कहा गया है. अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर मामले में कनाडा के बयान पर भारत ने सख्त एक्शन लिया है. कनाडा के 6 राजनयिकों को निकाल दिया है. इसमें कार्यवाहक उच्चायुक्त स्टीवर्ट व्हीलर, उप उच्चायुक्त पैट्रिक हेबर्ट, सचिव मैरी कैथरीन जोली, सचिव लैन रॉस डेविड ट्राइट्स, सचिव एडम जेम्स चुइपका और सचिव पाउला ओरजुएला को 19 अक्टूबर रात 11:59 बजे तक या उससे पहले भारत छोड़ने के लिए कहा है.
विदेश मंत्रालय के अनुसार राजनयिक को कहा गया कि भारत को कनाडा की वर्तमान सरकार पर भरोसा नहीं है कि वे भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. इसलिए भारत सरकार ने कनाडा से भारतीय उच्चायुक्त तथा अन्य को वापस बुलाने का फैसला किया है. विदेश मंत्रालय ने यह भी चेतावनी दी है कि भारत के खिलाफ उग्रवाद, हिंसा और अलगाववाद के लिए ट्रूडो सरकार के समर्थन के जवाब में भारत आगे कदम उठाने का अधिकार सुरक्षित रखता है.
उल्लेखनीय है कि पिछले एक वर्ष से भारत और कनाडा के बीच जारी तकरार ने अब टकराव का रूप ले लिया है. यह द्विपक्षीय संबंधों के पटरी उतरने का खतरा पैदा हो गया है. भारत ने कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा और अन्य राजनयिकों को निज्जर मामले में जांच से जोड़े जाने पर बेहद कड़ा रूख अपनाया है.
कनाडा ने राजनयिक माध्यम से भारत को कल जानकारी दी थी कि भारतीय उच्चायुक्त और अन्य राजनयिक उनके देश में एक जांच से संबंधित मामले में ‘रुचि के व्यक्ति’ हैं. इसपर आज करारा जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी की है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार