Adampur Assembly Elections 2024: हरियाणा की 90 विधानसबा सीटों में कुछ सीटें ऐसे होती है, जिस पर परिवारिक कब्जा देखने को मिलता है. ऐसी ही एक सीट है आदमपुर. यह सीट हिसार जिले के अंतर्गत आती है. इस सीट की गिनती हमेशा से हाई प्रोफाइल सीटों में होती है. इस सीट पर शुरु से ही भजन लाल और उनके परिवार का कब्जा देखने को मिला है. फिलहाल सीट पर विधायक भाजपा उम्मीदवार भव्य बिश्नोई है. वह (भव्य बिश्नोई) भजन लाल के पोते और कुलदीप बिश्नोई के बेटे हैं.
इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर भव्य बिश्नोई पर भरोसा जताते हुए इस सीट से उन्हें टिकट दिया है. कांग्रेस पार्टी ने चंद्र प्रकाश को चुनावी रण में उतारा है. इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने भूपेन्द्र बेनीवाल, जेजेपी ने किशन गंगवा और इनेलो ने रणदीप लोबहच को टिकट दिया है.
जानिए क्या है आदमपुर सीट का इतिहास
हिसार जिले में आने वाली आदमपुर सीट पर पहली बार चुनाव साल 1962 में हुए थे. उसके बाद इस सीट पर कुल 17 बार चुनाव हुए जिसमें 4 बार उपचुनाव भी शामिल हैं. हरियाणा की इस सीट पर शुरुआत से परिवारिक कब्जा देखने को मिला है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजन लाल, उनकी पत्नी जसमा देवी , बेटे कुलदीप बिश्नोई और उपचुनाव जीत कर पहली बार विधायक बने भव्य बिश्नोई इस सीट पर अपना कब्जा कर चुके हैं.
साल 1968 में हुए विधानसभा चुनाव में भजन लाल ने कांग्रेस पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. उसके बाद साल 1972 में एक बार फिर इस सीट से उम्मीदवार भजन लाल विधायक बने. साल 1977 में भजन लाल ने जनता पार्टी की ओर से चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर तीसरी बार विधायक बने.
फिर साल 1982 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उसके बाद साल 1987 में चौधरी भजन लाल की पत्नी जसमा देवी ने देवी लाल को शिकस्त कर इस सीट से विधायक बनी थी. फिर अगले 4 बार हुए विधानसभा चुनाव में भजन लाल से कांग्रेस से चुनाव लड़ विधायक बने रहे. वहीं एक बार भजन लाल ने साल 2008 में हुए उपचुनाव में हजकां पार्टी से चुनाव लड़ा और जीत अपने नाम की. इस तरह उन्होंने कुल 9 बार विधायक की कुर्सी पर अपना दबदबा बनाया था.
साल 2022 में हुए उपचुनाव में कौन जीता?
साल 2022 में बीजेपी ने चौधरी भजन लाल के पोटे भव्य बिश्नोई को पहली बार टिकट दे मैदान में उतारा था. और भव्य ने करीब 67 हजार वोट के साथ यह उपचुनाव जीता और पहली बार विधायक बने. कांग्रेस के प्रत्याशी जयप्रकाश ने लगभग 51752 वोटों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था.
साल 2019 में हुए मुकाबले में कौन जीता?
साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भजन लाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ा था. कुलदीप ने करीब 63693 वोट हासिल कर जीत पाई थी. कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा नेत्री सुनाली फौगाट को काफी ज्यादा वोट के अंतर से हराया था.
इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गेम को थोड़ा दिलचस्प बनाते हुए चौधरी भजन लाल के करीबी रामजी लाल पंडित जांगड़ा के परिवार से नाता रखने वाले चंद्रप्रकाश को टिकट दी है. वहीं भाजपा ने भव्य बिश्नोई पर फिर से विश्वास जताते हुए उन पर दांव खेला है.
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