Tosham Assembly Seat: हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में से एक तोशाम सीट आजकल काफी सुर्खियों बनी हुई है. इस चुनाव में तोशाम सीट पर सबकी नजरें टिकी हुई है.इस सीट पर हमेशा से बंसीलाल और उनके परिवार का दबदबा रहा है. हाल ही में इस सीट से विधायक रही किरण चौधरी ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. फिलहाल वह हरियणा की राज्यसभा सदस्य बन चुकी है. किरण चौधरी के इस्तीफा देने के बाद से अभी इस सीट पर कोई विधायक नहीं है. इस बार 5 अक्तूबर को होने वाले चुनाव में इस सीट पर होने वाला मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है, क्योंकि इस सीट से एक ही परिवार के भाई-बहन आपस में एक-दूसरे को टक्कर देते हुए नजर आएंगे.
तोशाम सीट से जहां एक तरफ बीजेपी ने किरण चौधरी की बेटी श्रृति चौधरी को मैदान में उतारा है, तो कांग्रेस ने भी गेम खेलते हुए यहां से अनिरुद्ध चौधरी को टिकट दी है. वहीं जेजेपी ने राजेश भारद्वाज को मैदान में उतारा है, लेकिन सीट पर अहम मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच होगा. इसके अलावा बीजेपी से टिकट न मिलने पर बागी विधायक शशि रंजन भ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. आइए जानें क्या है तोशाम सीट का राजनीतिक इतिहास
तोशाम सीट का राजनीतिक इतिहास
तोशाम सीट पर अभी तक कल 14 बार चुनाव हो चुके हैं, जिसमें से 12 बार बंसी लाल के परिवार को जीत मिली है. इसलिए इस सीट को बंसीलाल का गढ़ भी माना जाता है. बंसीलाल ने इस सीट से 7 बार चुनाव लड़ा जिसमें से उन्हें 6 बार जीत और एक बार हार का सामना करना पड़ा. उसके बाद उनके बेटे सुरेन्द्र सिंह ने 4 बार चुनाव लड़ा और तीन बार जीत हासिल की. सुरेन्द्र की मौत होने के बाद उपचुनाव जीत उनकी पत्नी किरण चौधरी इस सीट से विधायक बनी. बाद में उन्होंने 3 बार इस सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इस सीट पर बीजेपी अपना खाता नहीं खोल पाई.
साल 2019 के मुकाबले में किसकी होगी जीत
साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार किरण चौधरी ने करीब 72 हजार 699 वोटों के साथ सीट अपने नाम की थी. दूसरे स्थान पर भाजपा उम्मीदवार शशिरंजन परमार ने 54640 वोटों के साथ अपनी जगह बनाई. तीसरे स्थान पर जजपा प्रत्याशी सीता राम ने केवल 7 हजार 522 वोट हासिल किए थे.
तोशाम सीट पर लगभग 25 प्रतिशत वोटर्स जाट समुदाय से आते हैं. इस सीट पर कुल वोटर्स की संख्या 2 लाख 18 हजार है. जिसमें पुरुषों की संख्या करीब 116430 और महिला वोटर्स की संख्या 102191 है.
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