Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक्टिव नजर आ रही है. साथ ही राजनेताओं के बीच सियासी तरकरार देखने को भी मिल रही है. चुनाव के लिए पार्टी से टिकट न मिलने पर कई सारे बागी नेताओं ने निर्दलीय तौर पर चुनाव लड़ने की ताल ठोकी है. इसी बीच कांग्रेस उम्मीदवार चित्रा सरवारा का नाम एकदम से सुर्खियों में आने लगा. दरअसल पार्टी ने नाराज चल रही चित्रा सरवारा ने टिकट न मिलने पर अंबाला कैंट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. जिसके बाद कांग्रेस पार्टी ने बागी नेता उन्हें अपनी पार्टी में होने वाले विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह से 6 साल के लिए पार्टी से सस्पेंड कर दिया है.और बाहर का रास्ता दिखा दिया.
कांग्रेस ने अंबाला सीट से परविंदर पाल पारी को चुनावी अखाड़े में उतारा है. जिनका सीधा मुकाबला 6 बार के इस से विधायक और पूर्व गृहमंत्री अनिल विज के साथ होगा. लेकिन चित्रा सरवारा भी इस सीट से चुनाव लड़ना चाहती थी इस लिए उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.
पार्टी ने चित्रा सरवारा को 6 साल के कांग्रेस पार्टी से सस्पेंड करते हुए कहा कि हमें अंबाला विधानसभा कैंट से कई बार चित्रा के बारे में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की रिपोर्ट मिली है. सरवारा हमारी पार्टी के खिलाफ अंबाला सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाल लड़ने के लिए उतरी है. उनका यह कदम पार्टी लाइन व नीति का पूरी तरह से उल्लघंन करता है.
साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी चित्रा सरवारा ने अंबाला कैंट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था, क्योंकि उस सम बी कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दी थी. लेकिन चित्रा को अनिल विज से शिकस्त का सामना करना पड़ा था.
बता दें, चित्रा सरवारा आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता निर्मल सिंह मोहरा की बेटी है.
5 अक्तूबर को जनता करेगी फैसला
हरियाणा में 5 अक्तूबर को सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में चुनाव आयोजित किए गए हैं. चुनावों का परिणाम 8 अक्तूबर को घोषित किया जाएगा. साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 90 सीटों में से 40 सीटों पर जीत हासिल की थी. और कांग्रेस ने 30 सीटों पर. बहुमत हासिल करने के लिए हरियाणा में 46 का आंकड़ा है.
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