Haryana: हरियाणा के चंडीगढ़ निवासी शगुन अत्री का चयन इंग्लैंड सरकार के चिवनिंग स्कॉलरशिप के लिए हुआ है. यह स्कॉलरशिप यूके के विदेश विकास और राष्ट्रमंडल कार्यालय द्वारा फंडेड है. शगुन अत्री का संगठनात्मक व्यवहार, मानव संसाधन प्रबंधन और मनोविज्ञान में व्यापक अनुभव है. चिवनिंग अवार्ड के पूर्ण वित्तीय सहयोग से वह लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से व्यवहारिक विज्ञान में एमएससी की पढ़ाई करेंगी.
शगुन अत्री की एक साल की फीस, हास्टल खर्च और आने-जाने का सारा खर्च चिवनिंग स्कॉलरशिप द्वारा वहन किया जाएगा. सेक्टर 38 निवासी शगुन अत्री ने इसके लिए चिवनिंग स्कॉलरशिप और यूके के विदेश विकास एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय के प्रति आभार जताया है.
उन्होंने कहा कि बचपन से उनकी यह अभिलाषा थी कि वह इंग्लैंड की किसी टॉप यूनिवर्सिटी से मास्टर्स करें. उनका यह सपना चिवनिंग स्कॉलरशिप ने साकार कर दिया है. शगुन अत्री ने अपनी 11वीं और 12वीं की पढ़ाई चंडीगढ़ में की थी और वह क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु और एक्स एलआरआई जमशेदपुर की पूर्व छात्रा हैं. इस उपलब्धि पर शगुन अत्री के पिता पंकज अत्री एवं माता डॉ. नीरू अत्री ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें अपनी बेटी की प्रतिभा पर गर्व है. साथ ही उन्होंने इंग्लैड सरकार की इस पहल की भी सराहना की.
गौरतलब है कि चिवनिंग स्कॉलरशिप के लिए हर साल दुनिया भर से 60,000 से अधिक आवेदन जमा होते हैं, लेकिन उनमें से केवल 2 प्रतिशत का ही चयन होता है. चिवनिंग स्कॉलरशिप एक सम्मानित और प्रतिष्ठित पुरस्कार है. यह स्कॉलरशिप, अन्य कई स्कॉलरशिप से अलग है. यह विशेष रूप से दुनियाभर से उभरती हुई प्रतिभाओं को आगे लाती है ताकि वह अपनी लीडरशीप को विकसित कर सकें.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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