बिहार के नवादा में महादलित टोला में दलित दबंगों ने बुधवार की शाम को फायरिंग करते हुए लगभग 80 घरों में आगजनी के मामले में पुलिस ने गुरुवार की सुबह तक 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पुष्टि नवादा के एसपी अभिनव धीमन ने की है .
#WATCH नवादा, बिहार | मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कृष्णानगर में कुछ उपद्रवियों ने करीब 20-25 घरों में आग लगा दी। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। प्रथम दृष्टया मामला ज़मीन का मामला लग रहा है: एसडीपीओ, सदर नवादा, सुनील कुमार pic.twitter.com/q7yy6PW6t7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 19, 2024
डीएम आशुतोष वर्मा का कहना है की घटना के बाद पुलिस पहुंचकर सख्त कार्रवाई की है .दंडाधिकारियों के नेतृत्व में काफी संख्या में पुलिस बल को प्रभावित गांवों में तैनात कर दिया गया है, ताकि किसी अनहोनी की घटना को अंजाम नहीं दिया जा सके.
उन्होंने अभी बताया कि इस अग्निकांड के मुख्य आरोपी नंदू पासवान सहित 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे .सभी को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर महादलित टोले में निकट के ही प्राणबीघा दलित टोले के नंदू पासवान के नेतृत्व में 100 से भी अधिक बंदूक हरियो ने गांव को घेर कर आग के हवाले कर दिया था .जिलाधिकारी आशुतोष वर्मा ने भी 21 घरों को पूर्ण रूप से जलने की पुष्टि की है .एक दर्जन से अधिक मवेशी की मौत आग में झुलस कर हो चुकी है. जिसके बाद बड़ी संख्या में मौके पर पुलिस कैंप कर रही है. पूरा मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र का है. इस घटना में कई मवेशी भी जलकर मर गई.
कई मवेशी मरे
पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि आगजनी में कई मवेशी आदि जलकर मर गईं.घर का सामान पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया है. लोगों के समक्ष खाने-पीने, रहने-सहने की समस्या हो गई है. ग्रामीणों ने बताया कि अचानक हुई घटना के कारण लोग कुछ भी नहीं समझ पाए. अचानक गांव पहुंच कर दनादन गोली चलाना शुरू कर दी. जिसके बाद अफरातफरी मच गई. गोली चलने की आवाज सुनकर लोग सहम उठे. जान बचाने के लिए लोग इधर-उधर भागने लगे. इसी बीच घरों में आग लगा दी गई. इस दौरान वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया गया है.
एक साल पहले भी हुई थी गोलीबारी
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि गत साल नवंबर महीने में गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया था. तब पुलिस ने मामले में कोई ध्यान नहीं दिया. कोर्ट में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. इसके बावजूद पुलिस पूरी तरह निष्क्रिय बनी रही. जिसका नतीजा है कि आज गांव को आग के हवाले कर दिया गया है.
इन लोगों की घरों में लगाई आग
घटना में गोरेलाल, झपसी मांझी, संजय मांझी, नितय मांझी, रामचंद्र मांझी, भोला मांझी, तारा मांझी, ललिता देवी, अवधेश मांझी, मनोज मांझी, डोमा मांझी, डोमा रविदास, गेंदो मांझी, सुरेश मांझी, विजय रविदास, शोभा देवी, सरिता देवी, सुरुप मांझी, नवल मांझी, निलेश मांझी, रंजीत मांझी, साहेब मांझी, रंगुना मांझी, भोला मांझी, धर्मेंद्र मांझी, अनिल मांझी, रामवृक्ष रविदास, सूरज रविदास, किशोरी रविदास, सिया रविदास, राजेंद्र मांझी आदि के घरों को फूंक दिया गया. तकरीबन 80-85 लोगों के घरों में आग लगाने की बात कही जा रही है. घर तथा सामान जलकर राख होने के बाद पीड़ित परिवार खुले आसमान में जीने को मजबूर है .उनके पास खाने को दाने भी नहीं है. गांव में अभी तनाव का माहौल कायम है. भारी संख्या में पुलिस बल तनाव किए गए.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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