Rahul Gandhi in America: लोकसभा में विपक्ष (LoP) के नेता और सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने टेक्सास में आरएसएस (RSS) और देश में बेरोजगारी को लेकर कई बयान दिए हैं. राहुल गांधी के बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीखा हमला करते हुए उन्हें चीन का ब्रांड एम्बेसडर बताया.
#WATCH | Delhi: Union Minister Giriraj Singh says "The people of the country rejected Congress for the third time under the leadership of 'Yuvraj' Rahul Gandhi. India which used to import defence, in the form of 'Make in India' is now exporting it. India which used to import Rs… https://t.co/qFdy7FPzrw pic.twitter.com/ah7tMUdoLb
— ANI (@ANI) September 9, 2024
सोमवार को राहुल गांधी के बयान पर हमला बोलते हुए केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट करके कहा कि वे भारत के बाहर जाकर देश को ही गाली दे रहे हैं, चीन की तारीफ कर रहे हैं. लगता है कि वे चीन के पैसों पर ही पल रहे हैं तभी वे बाहर जाकर चीन का प्रचार कर रहे हैं. अपने बुरे दौर में चाइना को ब्रांड एम्बेसडर की जरूरत नहीं है, क्योंकि राहुल गांधी उनके सबसे बड़े एम्बेसडर बन चुके हैं. ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाना चाहिए जो भारत के बाहर जाकर भारत की निंदा करते हैं और दुश्मन देशों की तारीफ करते हैं.
राहुल गांधी की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि आरएसएस के बारे में जानने के लिए राहुल गांधी को कई जन्म लेने पड़ेंगे. जो लोग विदेश जाकर देश की आलोचना करते हैं, वो आरएसएस को नहीं जान पाएंगे. आरएसएस का जन्म भारत के मूल्यों और संस्कृति से हुआ है. राहुल गांधी अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए मोदी जी को चाहे जितना भी गाली दें, आज दुनिया के सभी नेता उन्हें सम्मान की दृष्टि से देखते हैं और किसी भी वैश्विक समाधान के लिए उनके पास जाते हैं. भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने भी राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे अपरिपक्व नेता हैं.
उल्लेखनीय है कि टेक्सास में राहुल गांधी ने भारत में बेरोजगारी का मुद्दा उठाया. उनका कहना है कि भारत में बेरोजगारी की समस्या है लेकिन दुनिया के कई देशों में ऐसा नहीं है. उनके अनुसार चीन और वियतनाम में बेरोजगारी की कोई समस्या नहीं है. इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर भी टिप्पणी की.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें डॉ. भागवत की स्वयंसेवकों को नसीहत- सेवा भाव से संघ में आएं, नेता बनने नहीं