रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि भारत, ब्राजील और चीन का शीर्ष नेतृत्व यूक्रेन संकट को सुलझाने में योगदान देने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहा है. पुतिन ने यह टिप्पणी पूर्वी आर्थिक मंच के चार दिवसीय सम्मेलन के समापन सत्र के संबोधन में की.
रूस की सरकारी संवाद समिति तास की रिपोर्ट के अनुसार तीन सितंबर से पूर्वी संघीय विश्वविद्यालय के परिसर में शुरू सम्मेलन में पुतिन ने कहा, “हम अपने दोस्तों और साझेदारों का सम्मान करते हैं. मेरा मानना है कि ईमानदारी से इस संघर्ष से जुड़े सभी मुद्दों को मुख्य रूप से चीन, ब्राजील और भारत हल करना चाहते हैं. मैं इस मुद्दे पर तीनों देश के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हूं.”
पुतिन ने कहा, “मुझे खुशी है कि रूस के इन तीनों देशों के साथ भरोसेमंद संबंध हैं. तीनों इस जटिल प्रक्रिया से दोनों देशों को बाहर निकालने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं.” रूसी राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि रूस हमेशा अपने हितों और यूक्रेन में लोगों के हितों की रक्षा करेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम और कीव ने रूस को रणनीतिक रूप से पराजित करने के लिए इस्तांबुल समझौते की अनदेखी की. उन्होंने कहा, “हमने व्यावहारिक रूप से कीव में सरकार के प्रतिनिधियों के साथ संभावित शांति समझौते के सभी मापदंडों को स्वीकार किया है. हम हर बात पर सहमत हैं मगर समझौते के कुछ हिस्सों को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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