Paris Paralympics 2024: हरियाणा के झज्जर के चरखी दादरी से आए नितेश कुमार ने सोमवार (02 सितंबर, 2024) को पेरिस के ला चैपल एरेना में आयोजित पेरिस 2024 पैरालिंपिक के पैरा-बैडमिंटन पुरुष एकल एसएल3 स्पर्धा में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता.
पहले वरीय भारतीय खिलाड़ी ने स्वर्ण पदक मैच में ग्रेट ब्रिटेन के दूसरे वरीय डेनियल बेथेल को 21-14, 18-21, 23-21 से हराकर भारत को मौजूदा पैरालिंपिक का दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया.
नितेश और डैनियल ने गेम 1 की शुरुआत एसएल 3 श्रेणी की लंबी रैलियों के साथ की और मध्य चरण तक कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद, भारतीय शटलर ने गति पकड़ ली और 21-14 से जीत हासिल की.
दूसरे सेट में डैनियल ने वापसी की और कड़े मुकाबले में नितेश को 21-18 से हराकर मैच को तीसरे सेट में ले गए.
निर्णायक गेम में 19-16 की बढ़त के साथ नितेश लगभग स्वर्ण के करीब पहुंच गए, लेकिन डेनियल ने जोरदार संघर्ष किया, हालांकि नितेश ने धैर्य का प्रदर्शन करते हुए 23-21 से सेट के साथ मैच और स्वर्ण पदक भी अपने नाम किया.
क्या है SL3 श्रेणी?
एसएल3 (SL3) श्रेणी में ऐसे खिलाड़ी शामिल होते हैं जिनके एक या दोनों अंगों में मध्यम रूप से प्रतिबंधित गतिविधि होती है या अंगों की अनुपस्थिति होती है. खेल आधी-चौड़ाई वाले कोर्ट में खेला जाता है जिसमें खेले जाने वाले शॉट्स पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है.
साल 2009 में विशाखापत्तम ट्रेन हादसे के दौरान नितेश कुमार ने अपना एक पैर खो दिया था. लेकिन बावजूद नितेश ने कभी हार नहीं मानी. नितेश ने आईआईटी मंडी से बीटेक की पढ़ाई की. इसके बाद बैडमिंटन खेल की तरफ उनका रुझान बढ़ने लगा. फिलहाल वह करनाल में स्थित कर्ण स्टेडियम में साल 2018 से बैडमिंटन की कोचिंग दे रहे है.
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